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बच्चों में ऊर्जा और आत्मविश्वास ऐसे भी पैदा हो सकता है।

एसडीएमसी के स्कूलों में भी आर्ट ऑफ लिविंग जैसे कार्यक्रम चलाये जायें-निकिता शर्मा

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आज एसडीएमसी शिक्षा समिति (SDMC Education Committee)की चेयरमैन ने दक्षिणी दिल्ली नगर निगम शिक्षा विभाग के निदेशक को पत्र लिखकर कहा है कि एसडीएमसी (SDMC)के विद्यालयों में बच्चों के अंदर जीवन जीने की कला विकसित करने और जीवन सुधारने के लिए आर्ट ऑफ लिविंग (art of Living)कार्यक्रम आयोजित की जायें। अपने पत्र में निकिता शर्मा ने लिखा है कि पिछले 37 सालों से लगभग 450 मिलियन लोगों को यह अभी तक प्रभावित कर चुका है।

निकिता शर्मा ने कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग प्रोग्राम से बच्चों के अंदर इमोशन, सोचने की शक्ती के साथ-साथ समाज मे रहने की समझ भी आएगी। खासकर 8 से 12 साल के बच्चों के अंदर इस तरह के स्किल का होना बेहद जरूरी है क्योंकि यही वह स्किल है जब बच्चे कुछ सीखते हैं। इस तरह के कार्यक्रम बच्चों के अंदर एक ऊर्जा देता है और साथ ही वह आत्मविश्वास (Self-Confidence)भी जिससे उनकी पर्सनालिटी (Personality)में विकास हो सके।

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