photo galleryबहुत खूबमेरे अलफ़ाज़/कविता
Trending
परदेस की साथी के नाम: एक अनूठी दोस्ती
कविताओं के रंग, दामिनी के संग

👆भाषा ऊपर से चेंज करें
परदेस की साथी के नाम
ओ चिड़िया मेरे छज्जे आ
पानी पी और दाना खा,
मुझसे छूटा हुआ बसेरा
तू ही मेरे संग बस जा,
तेरे पंख आकाश तौलते
मेरे पंखों का बाकी मोल,
तू नित लौटे अपने बसेरे
मेरा घर विचलित, डांवाडोल,
चिड़िया! तूने देखी दुनिया
मेरी भी कुछ समझ बढ़ा,
उड़-उड़कर फिर कैसे हैं लौटते
मुझको भी ये हुनर सिखा,
सब है जगत अपने में मगन
तू ही मेरे संग बतिया,
ओ चिड़िया मेरे छज्जे आ
पानी पी और दाना खा…
@ दामिनी यादव
दामिनी यादव की और कवितायें पढ़ने के लिए यहां https://dainikindia24x7.com/changing-colors-of-mind-16406-2/ Click करें और आप चाहें तो अपने मोबाइल पर Play Store से हमारा DAINIK INDIA 24X7 ऐप्प डाउनलोड कर सकते हैं।





