
राजस्थान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपनी ‘जन संघर्ष यात्रा’ जो अजमेर से शुरू हुई और 5वें दिन जयपुर में सम्पन्न हुई। कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सोमवार यानि आज यात्रा सम्पन्न होने के मौके पर राज्य की अशोक गहलोत सरकार को आने वाले 15 दिनों के अंदर वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली राज्य की पूर्व बीजेपी सरकार से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर कार्रवाई करने का अल्टिमेटम दिया है।

राजस्थान सरकार में पूर्व उपमुख्यमंत्री रहे सचिन पायलट ने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दिए गए अल्टिमेटम के लिए कहा की अगर मुख्यमंत्री 15 दिनों में कार्यवाही नही करते है तो वो पूरे प्रदेश में आंदोलन करेंगे और एक-एक गांव में जाएंगे और न्याय मांगेंगे और न्याय लेकर रहेंगे।
सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने अशोक गहलोत की नेत्तृत्व वाली सरकार से मांग करते हुए कहा कि “राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) को भंग करके पूरा पुनर्गठन करें, नए मापदंड बनें,पारदर्शिता से लोगों का चयन हो” और आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि “जिन लाखों बच्चों का पेपर लीक से आर्थिक नुकसान हुआ है उन प्रत्येक बच्चे को उचित आर्थिक मुआवजा मिलना चाहिए”

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने ‘जन संघर्ष यात्रा’ (Jan Sangharsh Yatra)के दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा था कि “हमें लोगों का समर्थन मिल रहा है क्योंकि हमारे मुद्दे जरूरी हैं. मुख्यमंत्री राज्य का चेहरा हैं और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मुझे भ्रष्टाचार के मामलों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना होगा। लेकिन मुख्यमंत्री ने कोई कार्रवाई नहीं की है, मैं भ्रष्टाचार के मुद्दों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए लंबे समय से उन्हें पत्र लिख रहा हूं”
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कर्नाटक चुनाव में मिली कांग्रेस की जीत पर कहा कि “नतीजों से साफ है कि कर्नाटक की जनता ने राज्य में 40 फीसदी कमीशन वाली सरकार को हटाने का संकल्प लिया था। इस चुनाव में भ्रष्टाचार मुख्य मुद्दा था और इस मुद्दे ने कांग्रेस की मदद ही की. हमारा ध्यान अब राज्य के लोगों को एक स्वच्छ और स्थिर सरकार प्रदान करना है,साथ ही रोजगार प्रदान करने और सेवाओं के कुशल वितरण को सुनिश्चित करने के अपने वादों को पूरा भी करना है”।
जानकारी के लिए बता दें कि इस साल के अंत तक राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं वंही कांग्रेस पार्टी सत्ता में बने रहने के लिए मेहनत कर रही है वंही भारतीय जनता पार्टी (BJP)सत्ता में आने के लिए मेहनत कर रही है। इस बार का राजस्थान विधानसभा चुनाव इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि इसके बाद 2024 लोकसभा चुनाव होने हैं और राजस्थान लोकसभा सीटों के हिसाब से अहम राज्य माना जाता है।