Maharashtra Political Crisis: थमने का नाम नहीं ले रहा महाराष्ट्र की सियासी संग्राम, सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला
BJP ने दिए महाराष्ट्र में सरकार बनाने के संकेत, मंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा- हम सिर्फ 2-3 दिन ही विपक्ष में मौजूद हैं।

👆भाषा ऊपर से चेंज करें
Maharashtra Political Crisis Live Updates: महाराष्ट्र में चल रहे घमासान सियासी युद्ध में एक नया मोड़ आया है।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए शिंदे गुट पर बड़ा हमला बोला। सामना के संपादकीय में सीधे तौर पर शिंदे गुट को नचनिया बताया गया, और तो और बागी विधायकों को ‘बिग बुल’ के नाम से संबोधित किया गया है।
सामना में आगे लिखा कि जिन 15 विधायकों को केंद्र की ओर से सुरक्षा दी गई है, वो लोकतंत्र के रखवाले नहीं है। ये लोग 50-50 करोड़ रुपए में बेचे गए बैल हैं, जो लोकतंत्र के लिए कलंक है। विधायकों को शिंदे गुट में शामिल होने के लिए 50 करोड़ का ऑफर देने का दावा शिवसेना के विधायक उदयसिंह राजपूत ने किया है।
साथ ही वडोदरा में फडणवीस और शिंदे के बीच हुई मुलाकात पर भी निशाना साधा गया है।वहीं दूसरी ओर BJP ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने के संकेत दे दिए हैं। महाराष्ट्र में चल रहे सियासी संग्राम के बीच सरकार के मंत्री रावसाहेब दानवे ने एक मीटिंग में कहा- हम सिर्फ 2-3 दिन ही विपक्ष में मौजूद हैं। अपने कार्यकाल में जो करना है, जल्दी करें। खास बात तो यह है कि इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे भी मौजूद थे। Read More: एकनाथ शिंदे गुट को भाजपा और शिवसेना ने दिया ये बड़ा ऑफर
सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा सियासी घमासान
महाराष्ट्र में चल रही दोनों गुटों (शिवसेना और शिंदे गुट)के बीच की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट (SC)तक पहुंच गई है। सोमवार को विधानसभा उपसभापति को MLAs के खिलाफ अयोग्यता की कार्रवाई से रोकने की मांग को लेकर Supreme Court में सुनवाई होगी।
यह सुनवाई एकनाथ शिंदे और भारत गोगावले की याचिका पर होगी। कोर्ट में बागी विधायकों का पक्ष वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे रखेंगे।
दोनो गुटों का प्रदर्शन जारी
इधर, बागी विधायक एकनाथ शिंदे की ओर से भी अब शक्ति प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया है। शिंदे समर्थक ठाणे की सड़कों पर उतर आए हैं और जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
उधर, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM) आज शाम को मुंबई के गोवंडी में एक रैली को संबोधित करते नज़र आएंगे। इस रैली में आदित्य ठाकरे भी शामिल होंगे। सियासी संकट के बाद यह पहली राजनीतिक रैली है।
आदित्य के करीबी सामंत भी हुए शिंदे गुट में शामिल
शिवसेना के विधायक हों या मंत्री सभी के बागी होने की खबर आए दिन सामने आ रही है। ऐसे में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अकेले पड़ते दिखाई दे रहे हैं। विधायक हों या मंत्री, सभी बागी शिंदे गुट का दामन थाम रहे हैं। उद्धव(Uddhav Thakre) के और 8 मंत्री गुवाहाटी जा चुके हैं। उद्धव के खेमे में अब सिर्फ शिवसेना के 3 मंत्री आदित्य ठाकरे, अनिल परब और सुभाष देसाई ही बचे हैं।





