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ICSE 2024: सस्टेनेबिलिटी एजुकेशन पर वैश्विक संवाद
शिक्षा के माध्यम से सस्टेनेबिलिटी के भविष्य पर वैश्विक विचारकों की संगोष्ठी
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मोबियस फाउंडेशन ने 19-20 सितंबर, 2024 को इंडिया हैबिटेट सेंटर, नई दिल्ली में छठे इंटरनेशनल समिट ऑन सस्टेनेबिलिटी एजुकेशन (ICSE) का आयोजन किया। इस साल की थीम “Greening Education for a Sustainable Future” थी, जिसमें 20 से अधिक देशों के 500 से ज्यादा विचारक, शिक्षक, नीति निर्माता और पर्यावरणविद शामिल हुए। समिट ने सस्टेंबिलिटी को शिक्षा प्रणाली में एकीकृत करने पर जोर दिया और टिकाऊ जीवनशैली के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से सामूहिक आंदोलन की आवश्यकता को रेखांकित किया।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति और सतत शिक्षा पर जोर
इस समिट का मुख्य आकर्षण राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा (NCF) 2023 के तहत सतत शिक्षा को प्रोत्साहित करने पर व्यापक सहमति थी। चर्चाओं में ‘ग्रीन एजुकेशन’ और ‘ग्रीन जॉब्स’ को सस्टेनेबल फ्यूचर के लिए अहम बताया गया। 2019 में स्थापित इस ग्लोबल मंच ने शिक्षा के माध्यम से सस्टेनेबिलिटी चुनौतियों के समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
प्रमुख वक्ताओं और चर्चाओं की झलक
समिट में मोबियस फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप बर्मन, यूनेस्को के डायरेक्टर डॉ. टिम कर्टिस, पर्यावरणविद डॉ. राजेंद्र सिंह, और अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने सस्टेनेबिलिटी पर जोरदार विचार व्यक्त किए। डॉ. बर्मन ने शिक्षा को सस्टेनेबिलिटी के लिए अहम बताते हुए, ‘ज्ञान कन्या शक्ति’ जैसी पहलों को उजागर किया, जो ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कियों को सशक्त बनाती हैं।
पारंपरिक ज्ञान और सामुदायिक भागीदारी
सत्रों में सस्टेनेबिलिटी एजुकेशन में पारंपरिक ज्ञान और सामुदायिक भागीदारी को प्रमुख ‘इनेबलर्स’ के रूप में देखा गया। “Mobilizing Green Chemistry to Beat Plastic Pollution” और “Advancing Circular Economy Education” जैसे विषयों पर चर्चा हुई। सत्रों में विशेषज्ञों ने पर्यावरणीय अपशिष्ट को कम करने और संसाधनों का कुशल उपयोग करने पर जोर दिया।
युवाओं और सस्टेनेबिलिटी में भागीदारी
दूसरे दिन का मुख्य आकर्षण ‘यूथ फॉर अर्थ’ पुरस्कार समारोह और सस्टेनेबल परिवार नियोजन पर विशेष सत्र था। मैग्सेसे पुरस्कार विजेता डॉ. राजेंद्र सिंह ने जलवायु और जल संकट से निपटने के लिए सामुदायिक प्रयासों पर जोर दिया।
ICSE 2024 का उद्देश्य
ICSE 2024 का उद्देश्य मिशन LiFE के अनुरूप दैनिक जीवन में जलवायु-अनुकूल प्रथाओं को अपनाने और इन्हें शिक्षा और नीति में एकीकृत करना था। समिट ने दुनिया को एक टिकाऊ और पर्यावरण-अनुकूल भविष्य की ओर बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत किया।
-ईशत कांत कपूर
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