सरस फूड फेस्टिवल में दिखे आचार्य बालकृष्ण
28 से 10 नवंबर तक चलेगा सरस फूड फेस्टिवल, 17 राज्यों के उत्कृष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठा रहे लोग

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सरस फूड फेस्टिवल में आज आचार्य बालकृष्ण पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वो भी फेस्टिवल में आएं और पूरे देश भर के अलग अलग प्रांतों से जो महिलाएं आई हुई हैं उनका हौसला भी बढ़ाएं साथ ही देश के अलग अलग प्रांतों के लजीज व्यंजनों का भी स्वाद चखें। उन्होंने कहा कि यहां आकर आप खाने का स्वाद तो चखते ही हैं, साथ ही यहां जो आप पैसे खर्च करते हैं वो देश के विकास में एक योगदान है और वह देश के सुदूर क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं को जाता है। इससे जहां महिला सशक्तिकरण हो रहा है वहीं, वोकल फॉर लोकल का भी प्रधानमंत्री जी का सपना पूरा हो रहा है।
साथ ही आचार्य बालकृष्ण ने ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकर द्वारा विश्व व्यापार मेला जो कि दिल्ली स्थित प्रगति मैदान में नवंबर चौदह से सत्ताइस तक चलने वाले सरस आजीविका मेले में भी लोगों से आने की अपील की। इसके साथ ही उन्होंने फेस्टिवल में लगे फोटो प्वाइंट/सेल्फी प्वाइंटपर फोटो भी लिया।
इस फेस्टिवल में राजधानी के लोगों को भारतीय संस्कृतिव खान पान की झलक दिल्ली के हृदय कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में दिखाई दे रही है। सरस फूड फेस्टिवल के तहत दिल्ली और समीपवर्ती राज्यों के लोग 17 राज्यों की संस्कृति और स्वाद के संगम के संगम से न केवल रूबरू हो रहे हैं बल्कि इन राज्यों के सामाजिक ताने बाने के बारे में भी जान रही हैं साथ ही वहां की प्रसिद्ध व्यंजनों से परिचित हो रही हैं और उसका स्वाद भी चख रही हैं।

ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 28 अक्टूबर 2022 से 10 नवंबर 2022 तक नई दिल्ली में बाबा खड़क सिंह मार्ग स्थित हैंडीक्राफ्ट भवन पर सरस फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें देश भर के 17 राज्यों की क़रीब 150 महिला उद्यमी व स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं भाग ले रही है। ग्रामीण विकास मंत्रालय के मुख्य कार्यक्रम राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित देश भर के स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं को न केवल ग्रामीण उत्पाद बनाने में कुशलता हासिल है बल्कि विभिन्न राज्यों के परंपरागत पकवान बनाने में उनको दक्षता और महारथ हासिल है। ये महिलाएं और उनके साथ अपने कार्य क्षेत्र में दक्ष लोग यहां अपनी कला का प्रदर्शन कर रही हैं।
खास हैं राज्यों के खानें
राजस्थान- दाल बाटी चूरमा,प्याज कचौरी, दाल कचौरी
हरियाणा- राजमा चावल, बाजरे की खिचड़ी, कढ़ी चावल
तेलंगाना-हैदराबाद दम बिरयानी, कबाब
ओडिसा- मुगलई चिकन, तंदूरी चिकन, रस मलाई
अरुणाचल प्रदेश-स्पेशल बैंबू राइस, चाऊमीन, बैंबू चिकन
महाराष्ट्र- पुरन पूरी, वड़ा पाव, मिसल पाव, गावरन चिकन, भाकरी
केरल– मालाबार स्नैक, उतपम, कप्पा फिश कढी, नन्नारी शबरत, वनासुंदरी हर्बल चाय, हनी ग्रैप जूस, फ्रेश फ्रूट जूस, लेमनएड्स
उत्तर प्रदेश–पराठा, रोल्स, कबाब।
असम- मशरूम मोमोज, स्टिकी स्ट्रीम राइस एंड मशरूम कढ़ी, स्टिकी राइस खीर
पंजाब– सरसो का साग और मक्के की रोटी, छोले भटूरे, राम लड्डू, दाल मखनी और मक्के की रोटी
अरुणाचल प्रदेश–पाथेरकुलू, तंदूरी चिकन, आंध्रा चिकन, दम बिरयानी
गुजरात—ढोकला, दाल
उत्तराखंड–झंगर खीर, पिज्जा
गोआ– गोन फिश कढी, प्रॉन फाइ, रोज ऑमलेट
महिला सशक्तिकरण को प्रदर्शित करने वाला है यह उत्सव
यह सरस फूड फेस्टिवल महिला सशक्तिकरण का अनूठा उदाहरण है जो देश की राजधानी का हृदय कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में आयोजित हो रहा है। इसका उद्देश्य न केवल देश की खाद्य संस्कृति से लोगों को परिचित कराना है बल्कि अन्य ग्रामीण महिलाओं को प्रेरित करना भी है। मंत्रालय द्वारा यह प्रयास वृहद स्तर पर आयोजित होता है।
-ओम कुमार





