दुनिया (International)
Trending

अफगानिस्तान में 6.1 तीव्रता का भूकंप, 1000 से ज्यादा की मौत, पाकिस्तान तक कांपी धरती

Afghanistan Earthquake: अफगानिस्तान में आए भूकंप ने भयंकर तबाही मचाई है और अब तक कम से कम 255 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं.

👆भाषा ऊपर से चेंज करें

अफगानिस्तान में आए विनाशकारी भूकंप में अब तक 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है,जबकि सैकड़ो लोग घायल हुए है।भूकंप की तीव्रता इतनी तेज थी कि इसके झटके पाकिस्तान के इस्लामाबाद तक महसूस किए गए है।अफगानिस्तान की सरकारी समाचार एजेंसी का कहना है कि देश के पूर्वी पक्तिका प्रांत में आए भूकंप में कम से कम 255 लोग मारे गए हैं.

Open Free Demat Account

पक्तिका प्रांत में सबसे ज्यादा तबाही

तालिबान प्रशासन के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रमुख मोहम्मद नसीम हक्कानी ने बताया कि भूकंप से सबसे ज्यादा तबाही पक्तिका प्रांत में हुई है, जहां कम से कम 255 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और 250 ज्यादा लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि नंगरहार और खोस्त के पूर्वी प्रांतों में भी मौतों की सूचना मिली है और अधिकारी बचाव कार्य में जुट गए हैं।’बख्तर’समाचार एजेंसी ने एक अन्य खबर में बताया कि बचाव कर्मी हेलीकॉप्टर से मौके पर पहुंच रहे हैं।

भूकंप आने का कारण?

बता दें कि पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं,जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं,वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने की वजह से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं और जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। इसके बाद नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है और इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।

कितनी तबाही लाता है भूकंप?

रिक्टर स्केल असर
0 से 1.9 सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है.
2 से 2.9 हल्का कंपन.
3 से 3.9 कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर.
4 से 4.9 खिड़कियां टूट सकती हैं. दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं.
5 से 5.9 फर्नीचर हिल सकता है.
6 से 6.9 इमारतों की नींव दरक सकती है. ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है.
7 से 7.9 इमारतें गिर जाती हैं. जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं.
8 से 8.9

इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं. सुनामी का खतरा.
9 और उससे ज्यादा पूरी तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी। समंदर नजदीक हो तो सुनामी.
Tags

Related Articles

Back to top button
Close