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Ganga Vilas Cruise: भारत का स्वदेशी रिवर क्रूज, फाइव स्टार होटल जैसा
गंगा विलास क्रूज उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश और असम की कुल 25 नदियों के मार्ग से गुजरकर अपनी यात्रा को पूरा करेगा। ये मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना "भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग परिवहन" का हिस्सा है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया का सबसे लंबा जलमार्ग तय करने वाले “गंगा विलास क्रूज” को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया।

गंगा विलास क्रूज (Ganga Vilas Cruise) के उद्धाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि “लोग भारत के समृद्ध खान-पान का अनुभव लेना चाहते हैं, उनके लिए भी ये बेहतरीन अवसर है। यानी भारत की विरासत और आधुनिकता का अद्भुत संगम हमें इस यात्रा में देखने को मिलेगा। क्रूज़ टूरिज्म (Cruise tourism) का ये नया दौर इस क्षेत्र में हमारे युवा साथियों को रोजगार-स्वरोजगार के नए अवसर देगा। गंगा विलास क्रूज का उद्देश्य परिवहन, माल ढ़ुलाई के साथ ही पर्यटन को अधिक सुगम और आकर्षक बनाना है।

यही वजह है कि इसे फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाओं से लैस किया गया है। यह दुनिया की सबसे लंबी क्रूज यात्रा है”
गंगा विलास क्रूज उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश और असम की कुल 25 नदियों के मार्ग से गुजरकर अपनी यात्रा को पूरा करेगा। ये मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना “भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग परिवहन” का हिस्सा है।
गंगा विलास क्रूज बांग्लादेश (Bangladesh) के ढाका से होते हुए डिब्रूगढ़ (Dibrugarh) तक जाएगा। इस दौरान यह 3200 किलोमीटर की लंबी यात्रा 51 दिनों में पूरी तय करेगा।

क्रूज में यात्रियों को फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाएं मिलेंगी। इसकी लंबाई 62, चौड़ाई 12 मीटर और 9 मीटर ऊंचाई है। गंगा विलास भारत में बना पहला रिवर क्रूज (River cruise) है। दुनिया के इस सबसे बड़े क्रूज में फर्नीचर से लेकर हर एक चीज हैंड मेड है। इस क्रूज को दो फ्लोर का बनाया गया है। क्रूज में 18 सुइट्स हैं। ओपन स्पेस बालकनी, जिम, स्टडी रूम, लाइब्रेरी को भी बनाया गया है। यात्रियों के लिए मनोरंजन का विशेष ध्यान रखा गया है इसके लिए गीत-संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इस क्रूज़ में स्पा, सैलून के साथ चिकित्सकीय सुविधा भी यात्रियों को मिलेंगी।
गंगा विलास क्रूज को ‘पॉल्यूशन फ्री सिस्टम’ और ‘नॉइस कंट्रोल टेक्नोलॉजी’ से लैस किया गया है। इस क्रूज में फिल्ट्रेशन प्लांट (Filtration Plant) भी लगाया गया है जिसके माध्यम से गंगा के पानी को शुद्ध करके उसे नहाने और दूसरे कामों में प्रयोग किया जा सकेगा। इस रिवर क्रूज में 40 हजार लीटर का फ्यूल टैंक और 60 हजार लीटर का फ्रेश वाटर टैंक लगा हुआ है। क्रूज के रूट में भारत के 5 प्रदेश उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम शामिल है। इसके बाद ये क्रूज बांग्लादेश पहुंचेगा। इस दौरान रास्ते में प्रमुख नदियां- गंगा, भागीरथी, यमुना, विद्यावती और ब्रह्मपुत्र आएंगी।

गंगा विलास क्रूज में 50 पर्यटन स्थलों को देख सकेंगे। इस क्रूज में 36 लोग सफ़र कर सकेंगे। किराए की बात करें तो इस क्रूज पर एक रात गुजारने के लिए 25 हजार से 50 रुपए तक खर्च करने होंगे। स्पेस और सुइट के हिसाब से रूम का किराया तय होगा। क्रूज़ के रूट में यूनेस्को प्रमाणित विश्व धरोहर सुंदरवन, काज़ीरंगा नेशनल पार्क, दुनिया के सबसे बड़े रिवर आइलैंड का नज़ारा भी देखने को मिलेगा। क्रूज पर सुरक्षा के लिए लाइफ़ जैकेट्स और फ़ायर अलार्म लगे हुए हैं। क्रूज पर इमरजेंसी सिचुएशन के लिए 4 स्टीमर्स भी तैनात किए गए है।
-ओम कुमार





