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CAT में 99.51 पर्सेंटाइल पाने वाले वत्सल ने अदाणी विद्या मंदिर को बताया सफलता का आधार

वत्सल गुप्ता की सफलता की कहानी: अदाणी विद्या मंदिर से IIM रोहतक तक का प्रेरणादायक सफर

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अहमदाबाद: अदाणी विद्या मंदिर (एवीएम), अहमदाबाद के पूर्व छात्र वत्सल गुप्ता ने कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट) 2024 में 99.51 पर्सेंटाइल हासिल कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इस शानदार प्रदर्शन के बाद वत्सल को देश के प्रतिष्ठित टॉप मैनेजमेंट संस्थानों में से एक, आईआईएम रोहतक में दाखिला मिला है।

बचपन से एवीएम का साथ

वत्सल गुप्ता ने वर्ष 2010 में अदाणी विद्या मंदिर में कक्षा 2 में प्रवेश लिया और वर्ष 2020 में यहां से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की। इसके बाद उन्होंने बीबीए की डिग्री प्राप्त की और फिर आईआईएम में प्रवेश के लिए कैट की तैयारी शुरू की।

उनकी सफलता इस बात का प्रमाण है कि यदि समर्पण और उचित मार्गदर्शन मिले, तो कोई भी छात्र किसी भी चुनौती को पार कर सकता है। वत्सल खुद स्वीकार करते हैं कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि एवीएम में लिया गया उनका प्रवेश उन्हें देश के नामी प्रबंधन संस्थान तक पहुंचा देगा।

“एवीएम और मेरे अध्यापकों ने ही मुझे रास्ता दिखाया”

वत्सल कहते हैं,

“जब मैंने एवीएम में प्रवेश लिया था, तब मुझे खुद पर भरोसा नहीं था कि मैं जीवन में कुछ बड़ा कर सकूंगा। लेकिन स्कूल के अध्यापकों ने मुझे हर मोड़ पर सहारा दिया। कभी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि मैं किसी संस्थान में हूं, बल्कि ऐसा लगा जैसे मैं परिवार में हूं। टीचर्स ने पढ़ाई के साथ-साथ मानसिक रूप से भी मजबूत किया।”

गणित में डर था, लेकिन एवीएम ने बनाया मज़बूत

वत्सल के मुताबिक, गणित उनके लिए कठिन विषय था। एक समय ऐसा भी आया जब गणित में कम नंबर आने के बाद वह बहुत निराश हो गए थे। लेकिन टीचर्स ने उनका हौसला बढ़ाया और उनकी कमजोरी को ताकत में बदल दिया। गणित के प्रति उनका डर दूर हुआ और वे अच्छे अंक लाने लगे।

परिवार का भी समर्थन

वत्सल के पिता जयेश गुप्ता, एक डायमंड फर्म में कार्यरत हैं, जबकि उनकी माता प्रीति गुप्ता शिक्षिका हैं। दोनों का मानना है कि वत्सल की मेहनत और एवीएम के सशक्त समर्थन ने मिलकर यह सपना साकार किया है।

देश के अग्रणी स्कूलों में शामिल हुआ अदाणी विद्या मंदिर

अदाणी विद्या मंदिर, अहमदाबाद की शुरुआत 2008 में हुई थी, जिसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन शैक्षणिक रूप से प्रतिभाशाली छात्रों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देना रहा है। यह स्कूल अब देश के शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों में शामिल हो गया है।

हाल ही में, 13 मई 2025 को सीबीएसई कक्षा 12 के परिणाम घोषित हुए। इसके साथ ही, भारतीय गुणवत्ता परिषद (QCI) के तहत राष्ट्रीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रत्यायन बोर्ड (NABET) की रैंकिंग में एवीएम ने 250 में से 232 अंक प्राप्त कर वंचित वर्ग के स्कूलों में पहला स्थान हासिल किया है।

यह गौरवमयी स्थान इस बात का प्रमाण है कि एवीएम न केवल शिक्षा प्रदान करता है, बल्कि छात्रों के संपूर्ण विकास का माध्यम बनता है। इससे पहले वर्ष 2020 में एवीएम, NABET द्वारा मान्यता प्राप्त करने वाला देश का पहला पूर्णतः नि:शुल्क स्कूल बना था।

वत्सल गुप्ता की सफलता यह दर्शाती है कि सही मार्गदर्शन, निरंतर प्रयास और संस्थागत समर्थन से कोई भी छात्र असाधारण उपलब्धियां हासिल कर सकता है। अदाणी विद्या मंदिर जैसे संस्थान ऐसे अनगिनत सपनों को उड़ान देने का कार्य कर रहे हैं।

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