दिल्ली-NCRसाहित्य
Trending
सिलक्यारा टनल त्रासदी पर पुस्तक ‘वो 17 दिन’ पर विशेष साहित्यिक परिचर्चा
इस पुस्तक ने सिलक्यारा सुरंग दुर्घटना के सभी आयामों के साथ न्याय किया है --डॉ. शिवशंकर अवस्थी

👆भाषा ऊपर से चेंज करें
उत्तराखंड के सिलक्यारा में पिछले साल हुए टनल हादसे पर आधारित कुमार राजीव रंजन सिंह की पुस्तक ‘वो 17 दिन’ पर शुक्रवार को साहित्य अकादमी सभागार में एक विशेष परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में साहित्य जगत की कई प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया, जिनमें लेखक कुमार राजीव रंजन सिंह, वरिष्ठ पत्रकार और पांचजन्य के एडिटर इन चीफ हितेश शंकर, ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के महासचिव डॉ. शिवशंकर अवस्थी, वरिष्ठ लेखक और समीक्षक डॉ. संदीप कुमार शर्मा, डिफेंस एक्सपर्ट संजय सिंह, और उत्तराखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व अध्यक्ष अजय सेतिया शामिल थे।

परिचर्चा के दौरान, डॉ. संदीप कुमार शर्मा ने कहा कि आम पाठकों के लिए तकनीकी सीख देने वाली पुस्तकें बेहद कम उपलब्ध हैं, और इस दिशा में कुमार राजीव रंजन सिंह ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने लेखक की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह पुस्तक निश्चित रूप से साहित्य की दुनिया में मील का पत्थर साबित होगी। डॉ. शिवशंकर अवस्थी ने पुस्तक की गहन शोध पर आधारित रचना की सराहना की और कहा कि इस पुस्तक ने सिलक्यारा सुरंग दुर्घटना के सभी आयामों के साथ न्याय किया है।
वरिष्ठ पत्रकार संजय सिंह ने पुस्तक के शीर्षक और विषयवस्तु की तारीफ करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं को लिपिबद्ध करना बेहद चुनौतीपूर्ण है, जिसे लेखक ने बहुत ही प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया है। डायमंड बुक्स के चेयरमैन नरेन्द्र वर्मा ने भी पुस्तक की सराहना की और कहा कि 41 मजदूरों के संघर्ष को उजागर करती यह पुस्तक कई मायनों में अद्भुत है, क्योंकि ऐसी त्रासदी को शब्दों में बांधना आसान नहीं है।
कार्यक्रम का संचालन नीवा सिंह ने किया, और इस मौके पर आईसीपीआरडी के एडवाइजर मृणाल डोभाल, नेशनल एडवाइजर बरखा सिंह, और बीबीए के राकेश सेंगर भी उपस्थित थे।
और खबरें पढ़ने के लिए यहां Click करें:– https://dainikindia24x7.com/trees-are-essential-for-human-life-gyanendra-rawat17260-2/
आप चाहें तो अपने मोबाइल पर Play Store से हमारा DAINIK INDIA 24X7 ऐप्प डाउनलोड कर सकते हैं। और हमें X (Twitter) यानि @ Dainikindia24x7 पर follow भी कर सकते हैं।