
👆भाषा ऊपर से चेंज करें
प्रख्यात डोगरी लेखक, कवि, विचारक और फिल्म निर्माता वेद राही को साहित्य अकादेमी के सर्वोच्च सम्मान महत्तर सदस्यता से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनके ठाणे स्थित आवास पर एक संक्षिप्त अलंकरण कार्यक्रम में प्रदान किया गया, जिसमें साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष माधव कौशिक और सचिव के. श्रीनिवासराव ने उन्हें ताम्रफलक भेंट किया।
वेद राही का योगदान
वेद राही डोगरी, हिंदी और उर्दू साहित्य के उत्कृष्ट और विपुल रचनाकार हैं। उन्होंने न केवल कहानियाँ और कविताएँ लिखीं, बल्कि पटकथाओं और संवादों के माध्यम से भी अपनी बहुमुखी प्रतिभा का परिचय दिया। वे अब तक 25 फिल्मों का लेखन और 5 का निर्देशन कर चुके हैं।
सम्मान पर वक्तव्य
सम्मान के लिए वेद राही ने साहित्य अकादेमी का आभार व्यक्त किया।
साहित्य अकादेमी अध्यक्ष माधव कौशिक ने इस अवसर पर कहा, “वेद राही का लेखन आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।”
सचिव के. श्रीनिवासराव ने उनकी बहुमुखी प्रतिभा की प्रशंसा करते हुए कहा, “वेद राही ने सहजता से अपने लेखन में विविधता और गुणवत्ता को बनाए रखा है।”
वेद राही का जीवन परिचय
- जन्म: मई 1933, जम्मू-कश्मीर
- लेखन: 60 वर्षों से सक्रिय
- भाषाएँ: डोगरी, हिंदी, उर्दू
- उपलब्धियाँ:
- 1983 में डोगरी कहानी संग्रह ‘आले’ के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार
- 2011 में महापंडित राहुल सांस्कृत्यायन पुरस्कार
- 2015 में साहित्य अकादेमी अनुवाद पुरस्कार
- 2018 में ‘दीनू भाई पंत पुरस्कार’
- 2018 में कुसुमाग्रज राष्ट्रीय साहित्य पुरस्कार
फिल्म और टेलीविजन में योगदान
वेद राही ने फिल्म ‘गुल, गुलशन, गुलफ़ाम’ जैसी प्रसिद्ध टी.वी. धारावाहिकों का निर्देशन किया और इसके लिए अपट्रॉन का सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार (1992) जीता।
वेद राही के साहित्यिक और कलात्मक योगदान ने उन्हें न केवल डोगरी साहित्य के शिखर पर पहुँचाया, बल्कि हिंदी और उर्दू साहित्य में भी अमिट छाप छोड़ी। उनका जीवन और कार्य हर साहित्य प्रेमी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
-भूपिंदर सिंह
Stay Updated with Dainik India 24×7!
Get the latest news on politics, entertainment, sports, and more right at your fingertips!
Follow us for real-time updates:
Facebook: https://t.ly/FYJPi
X: https://t.ly/sQneh
Instagram: https://t.ly/NawEk
Join our community and stay informed!





