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PM मोदी ने अपने जन्मदिन पर दिल्ली वालों को यशोभूमि गिफ्ट दिया
यशोभूमि सेंटर में कई ऐसी चीजें हैं जो भारत के लोगों के साथ-साथ पूरी दुनिया को अपनी तरफ आकर्षित करेगी

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रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन और विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर दिल्ली के द्वारका में स्थित यशोभूमि (इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर) के पहले पार्ट का उद्घाटन किया। यह दुनिया के सबसे बड़े मीटिंग्स,कॉन्फ्रेंस और एग्जीबिशन सेंटर है। इसके साथ ही में द्वारका के सेक्टर 25 में मेट्रो स्टेशन का भी उद्घाटन किया गया हैं, जो कि दिल्ली मेट्रो के एयरपोर्ट लाइन पर बना हुआ है। अगर कोई व्यक्ति नई दिल्ली से इस जगह पर पहुंचाना चाहता है तो उसे सीधे पहुंचने में 21 मिनट का समय लगेगा। दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट लाइन ने अपनी स्पीड को 90 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़ाकर 120 किलोमीटर प्रति घंटे किया है।

यशोभूमि सेंटर में कई ऐसी चीजें हैं जो भारत के लोगों के साथ-साथ पूरी दुनिया को अपनी तरफ आकर्षित करेगी। 750 करोड़ की लागत से बना यशोभूमि, भारत मंडप से काफी बड़ा है। जानकारी के मुताबिक इसका कुल एरिया 8.9 लाख स्क्वायर मीटर है और इसका बिल्टअप एरिया 1.8 लाख स्क्वायर मीटर से अधिक है।

यशोभूमि की क्षमता की बात करें तो लगभग 6 हजार मेहमानों को इसमें एक साथ बैठाकर मीटिंग की जा सकती है और इस ऑडिट एरिया में इन्नोवेटिव ऑडिटोरियम सीटिंग सिस्टम लगा हुआ है इसके जरूरत के हिसाब से फ्लैट फ्लोर या ऑडिटोरियम स्टाइल सेटिंग में बदला जा सकता है। ग्रैंड बॉलरूम, एक अनोखी पंखुड़ी वाली छत से सजा हुआ, लगभग 2,500 मेहमानों की मेजबानी कर सकता है और इसमें 500 लोगों के बैठने के लिए एक विस्तारित खुला क्षेत्र शामिल है।

द्वारका में शानदार यशोभूमि सेंटर में कुल 15 कन्वेंशन रूम है जो 73 हजार स्क्वायर मीटर से अधिक में बने हैं इन जगहों में एक मिनी ऑडिटोरियम, ग्रैंड बॉलरूम और 13 मीटिंग रूम बने हुए हैं। भारत मंडपम से अधिक बड़ा होने के कारण इसमें एक साथ डेलिगेशन की बैठने की संख्या 11000 तक है। राजधानी दिल्ली में बने यशोभूमि में दुनिया का सबसे बड़ा एग्जिबिशन हॉल भी है यह कॉल 1.7 लाख स्क्वायर मीटर में बना हुआ है।

यशोभूमि पूरी तरह से एन्वायरमेंट फ्रेंडली है। यहां कई प्रकार की चीजों का इस्तेमाल किया गया है जिसमें रेन वाटर हार्वेस्टिंग, रूफटॉप सोलर पैनल आदि जैसी सुविधाएं दी गई है। इसके साथ ही इसमें स्टेट ऑफ द आर्ट वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट सिस्टम भी लगाया हुआ है जिसकी वजह से यहां पर इस्तेमाल किए जाने वाले पानी को यहीं पर फिल्टर कर लिया जाएगा और उसका इस्तेमाल दुबारा किया जा सकेगा।

फिलहाल दुनिया भर में इंटरनेशनल ट्रेड मीटिंगों के लिए सभी लोगों का ध्यान सिंगापुर, शंघाई, हांगकांग आदि पर ही रहता है लेकिन अब द्वारका में बने यशोभूमि सेंटर और प्रगति मैदान में स्थित भारत मंडपम पर इन लोगों की नज़र बनी रहेगी। विदेशी लोगों को अब भारत में बड़ी से बड़ी एग्जिबिशन करने में किसी भी तरह की समस्या नही आएगी।
-ओम कुमार





