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आसमान में पतंगे उड़ा, गालों पर तिरंगा बना, युवाओं ने मनाया स्वतंत्रता दिवस
भारत में अलग-अलग मौकों पर पतंग उड़ाई जाती है और 15 अगस्त के दिन भारत के कुछ हिस्सों में पतंग उड़ाई जाती है। इस दिन दिल्ली, लखनऊ, मुरादाबाद और बरेली जैसे शहरों में पतंग उड़ाने का चलन आज भी बरकरार है। इस दिन बाजारों में तिरंगे वाली पतंगों की डिमांड बहुत ज्यादा हो जाती है।

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हम सबने इस साल अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशभक्ति गानों से पूरा देश गूंज उठता है, तो वहीं आसमान में रंग-बिरंगी पतंगे भी उड़ती नजर आती हैं। पतंग उड़ाना स्वतंत्रता दिवस के जश्न की एक पुरानी परंपरा है, जिसे हर साल निभाया जाता है।
15 अगस्त को पूरे भारत में देश की आजादी का पर्व मनाया जाता है। इस दौरान बच्चों और युवाओं में सबसे ज्यादा इंटरेस्ट पतंगबाजी का होता है। कई जगहों पर काईट फेस्टिवल भी आयोजित किए जाते हैं
इसके अलावा लोग अपने घरों की छत पर भी पतंगबाजी करते हैं।
वहीं भारत में अलग-अलग मौकों पर पतंग उड़ाई जाती है और 15 अगस्त के दिन भारत के कुछ हिस्सों में पतंग उड़ाई जाती है। इस दिन दिल्ली, लखनऊ, मुरादाबाद और बरेली जैसे शहरों में पतंग उड़ाने का चलन आज भी बरकरार है। इस दिन बाजारों में तिरंगे वाली पतंगों की डिमांड बहुत ज्यादा हो जाती है। साथ ही लोग बड़ी-बड़ी पतंगें भी खरीदते हैं। 15 अगस्त के कुछ दिनों बाद तक भी दिल्ली में पतंग उड़ाई जाती है।
आपको बता दें कि पतंग उड़ाने की शुरुआत 1947 से भी पहले 1927 में हुई थी। साल 1927 में साइमन कमीशन भारत आया थी, जिसमें एक भी सदस्य भारत का ने होने पर स्वतंत्रता सेनानियों ने साइमन गो बैक के नारों से पतंग उड़ाई थी। तभी से 15 अगस्त के दिन पतंग उड़ानी शुरू हुई। 15 अगस्त के दिन पतंग उड़ाने से का मतलब अंग्रेजों से आजादी का प्रतीक है। तभी से इस दिन पतंग उड़ाने का चलन शुरू हुआ। इस दिन के लिए बाजारों में कई तरह-तरह की पतंग आती है। एक-दो महीने पहले से ही बाजारों में इसकी रोनक देखी जा सकती है।
आज कई युवाओं ने अपने अपने तरीके से स्वतंत्रता दिवस का उत्सव बनाया ऐसे ही युवाओं से बात की तो उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता दिवस हमारे मन में देश भक्ति का संचार करता है और हम इसे पतंग उड़ाने से लेकर देशभक्ति के गानों पर नृत्य कर इस उत्सव को बड़े धूमधाम से मनाते हैं यह उत्सव हमारे आजादी का प्रतीक है।

इस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कई युवाओं ने अपने गाल पर तिरंगे का चिन्ह बनाया और कई महिलाओं ने तिरंगे की आकृति वाले सूट और पटके पहने।
-ओम कुमार