दिल्ली में शुरू हुआ विश्व जागृति मिशन का गुरु पूर्णिमा महोत्सव 2025
सुधांशु जी महाराज और डॉ. आर्चिका दीदी की उपस्थिति में आध्यात्मिक महोत्सव का शुभारंभ

👆भाषा ऊपर से चेंज करें
विश्व जागृति मिशन द्वारा आयोजित वार्षिक गुरु पूर्णिमा महोत्सव 2025 का भव्य शुभारंभ आज दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-12 स्थित शक्ति टेंट (द गोल्डन डेकोर) में हुआ। इस चार दिवसीय आध्यात्मिक आयोजन का संचालन 7 जुलाई से 10 जुलाई 2025 तक किया जा रहा है।
इस अवसर पर मिशन के संस्थापक परम पूज्य सुधांशु जी महाराज और प्रमुख प्रवक्ता डॉ. आर्चिका दीदी की दिव्य उपस्थिति ने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु इस आयोजन में सम्मिलित हुए हैं।

गुरु-शिष्य परंपरा का उत्सव
गुरु पूर्णिमा महोत्सव भारतीय संस्कृति में गुरु और शिष्य के पवित्र संबंध का प्रतीक है। यह उत्सव न केवल श्रद्धा और भक्ति का पर्व है, बल्कि यह आत्मिक जागरूकता, साधना, ध्यान और सकारात्मक जीवन दृष्टिकोण की ओर प्रेरित करता है।
विशेष आध्यात्मिक आयोजन
चार दिवसीय इस महोत्सव में अनेक विशेष आध्यात्मिक क्रियाएं श्रद्धालुओं के लिए आयोजित की जा रही हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- गुरु मंत्र साधना – साधकों को उनके अंदर स्थित दिव्य शक्ति को जागृत करने का माध्यम।
- शक्तिपात क्रिया – दिव्य ऊर्जा का स्थानांतरण जो तन, मन और आत्मा को संतुलन प्रदान करता है।
- गुरु मंत्र दीक्षा – श्रद्धालुओं को गुरु के पवित्र मंत्र से जोड़ा जा रहा है, जिससे उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आए।
- भक्ति सत्संग – भजन, प्रवचन और सामूहिक संगति के माध्यम से आत्मिक आनंद और मार्गदर्शन की अनुभूति।
सुधांशु जी महाराज का संदेश
महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर सुधांशु जी महाराज ने कहा –

“गुरु पूर्णिमा वह समय है जब शिष्य को रुककर अपनी जीवन दिशा की समीक्षा करनी चाहिए। गुरु की कृपा से ही वह मार्ग दिखता है जो प्रेम, प्रकाश और सत्य की ओर जाता है। गुरु केवल मार्गदर्शक नहीं, बल्कि अंतरात्मा को जगाने वाले दिव्य शक्ति-स्रोत हैं। यह महोत्सव उसी आत्मिक जागरूकता का उत्सव है।”
डॉ. आर्चिका दीदी का भावपूर्ण उद्बोधन
डॉ. आर्चिका दीदी ने अपने संदेश में कहा –
“गुरु पूर्णिमा आत्मा की गहराई से जुड़ने का पर्व है। गुरु से जुड़ने पर मनुष्य अपने भय, दुख और भ्रम से मुक्त होकर अपने सच्चे स्वरूप को पहचानता है। जब श्रद्धा और ज्ञान का मिलन होता है, तभी आत्मा की आवाज़ सुनी जा सकती है। यह आयोजन आत्म-शक्ति, विश्वास और साहस को जगाने का अद्वितीय अवसर है।”
मुख्य गुरु दर्शन: 10 जुलाई को
महोत्सव का मुख्य आकर्षण 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा दिवस पर आयोजित गुरु दर्शन और आशीर्वाद समारोह होगा, जहां श्रद्धालु गुरु चरणों में नमन कर उनका साक्षात आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।
दुनिया भर में गूंज
भारत ही नहीं, कनाडा, हांगकांग, दुबई जैसे देशों में बसे मिशन के अनुयायी भी इस आध्यात्मिक आयोजन में ऑनलाइन माध्यम से सहभागी बन रहे हैं।

विश्व जागृति मिशन की अपील
विश्व जागृति मिशन ने समस्त श्रद्धालुओं, साधकों और आम जनमानस से अपील की है कि वे इस पावन गुरु पूर्णिमा महोत्सव का हिस्सा बनें, अपने परिवार सहित सहभागी बनें और गुरु की कृपा से अपने जीवन में शांति, ऊर्जा और आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्राप्त करें।
Stay Updated with Dainik India 24×7!
Get the latest news on politics, entertainment, sports, and more right at your fingertips!
Follow us for real-time updates:
Facebook: https://t.ly/FYJPi
X: https://t.ly/sQneh
Instagram: https://t.ly/NawEk





