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Achievement: मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नाम एक एतिहासिक उपलब्धि जुडी
नवीन पटनायक उडी़सा के 5 बार मुख्यमंत्री रहे हैं और वर्तमान में भी मुख्यमंत्री है. बीजेडी के नेता नवीन पटनायक ने 5 मार्च साल 2000 को मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला था और 23 साल और 138 दिनों तक इस पद पर रहे

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उड़ीसा के मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल (BJD) के प्रमुख नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) के नाम एक एतिहासिक उपलब्धि जुड गई है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने रविवार यानि 23 जुलाई को 23 साल और 139 दिनों के कार्यकाल के साथ भारत के किसी राज्य के सबसे लंबे वक्त मुख्यमंत्री रहने वाले दूसरे नंबर के व्यक्ति बन गए हैं।
उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु (Jyoti Basu)का रिकॉर्ड था कि उन्होंने 21 जून 1977 से 5 नवंबर 2000 तक पश्चिम बंगाल (West Bengal)के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था।
वंही नवीन पटनायक उडी़सा के 5 बार मुख्यमंत्री रहे हैं और वर्तमान में भी मुख्यमंत्री है. बीजेडी के नेता नवीन पटनायक ने 5 मार्च साल 2000 को मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला था और 23 साल और 138 दिनों तक इस पद पर रहे। अब उनसे आगे सिर्फ सिक्किम के पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग हैं जो 24 साल से अधिक समय तक मुख्यमंत्री पद पर रहे थे।
सिक्किम राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग (Pawan Kumar Chamling) के नाम अभी भी भारत में सबसे लंबे समय तक राज्य के मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड दर्ज है। वे 12 दिसंबर साल 1994 से 27 मई साल 2019 तक 24 सालों से अधिक समय तक सिक्किम राज्य के मुख्यमंत्री रहे। चामलिंग और बसु के बाद लगातार पांच बार किसी राज्य के मुख्यमंत्री बनने वाले नवीन पटनायक तीसरे नेता हैं। जानकारी के लिए बता दें कि बीजेडी 2024 का विधानसभा चुनाव जीतती है, तो मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भारत में सबसे लंबे समय तक राज्य के मुख्यमंत्री बने रहने वाले मुख्यमंत्री बन जाएंगे।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक अब सिक्किम के पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग के बाद दूसरे स्थान पर हैं, जिनके पास दिसंबर 1994 और मई 2019 के बीच 24 साल और 166 दिनों के सबसे लंबे समय तक राज्य का मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड दर्ज है।
जानकारी के लिए बता दें कि साल 1997 में जब नवीन पटनायक अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक (Biju Patnaik) की मौत के बाद राजनीति में आए तो उनके विरोधियों ने उन्हें नौसिखिया कहकर खारिज कर दिया था। पर इसके विपरीत नवीन पटनायक उस समय से लेकर आज वर्तमान में उड़ीसा के मुख्यमंत्री के रुप में उनका सफ़र जारी है।

नवीन पटनायक ने अपने पिता की मृत्यु के बाद अस्का लोकसभा सीट से उपचुनाव लड़ा और बंपर जीत हासिल की और उसके बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP)की मदद से नवीन पटनायक ने जनता दल से अलग हो कर अपनी पार्टी बीजू जनता दल (BJD) बनाई और लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने बीजेपी के साथ गठबंधन किया और नवीन पटनायक एनडीए सरकार यानि प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की सरकार में इस्पात और खनन मंत्री बने।
-ओम कुमार





