शरद शिल्पोत्सव 2025: दिल्ली हाट में भारतीय हस्तशिल्प और हथकरघा की अनोखी झलक
दिल्ली हाट सजा रंग-बिरंगे स्टॉल और इंस्टॉलेशन से, खरीदारी का अनोखा अनुभव

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नई दिल्ली। वस्त्र मंत्रालय के हस्तशिल्प एवं हथकरघा आयुक्त की ओर से आयोजित “शरद शिल्पोत्सव” दिल्ली हाट, आईएनए में पूरे उत्साह के साथ शुरू हो चुका है। यह भव्य आयोजन 30 सितम्बर 2025 तक चलेगा और हर दिन सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक दर्शकों के लिए खुला रहेगा।
80 हस्तशिल्प कारीगर और 36 हथकरघा बुनकर की भागीदारी9
इस उत्सव में देशभर से आए 80 हस्तशिल्प कारीगर और 36 हथकरघा बुनकर अपने अनूठे और उत्कृष्ट उत्पादों के साथ हिस्सा ले रहे हैं। प्रदर्शनी में जहां एक ओर भारतीय परंपरागत कला और बुनाई की झलक देखने को मिलेगी, वहीं दूसरी ओर समकालीन डिजाइन का आकर्षक मेल भी दर्शकों को खासा लुभाएगा।
दिल्ली हाट की रंगीन सजावट और लाइव गतिविधियाँ
इस अवसर पर दिल्ली हाट को रंग-बिरंगे सजावटी स्टॉल, बेंत से बने ढांचे और विशेष इंस्टॉलेशन से सजाया गया है। आगंतुक न केवल हस्तनिर्मित और हथकरघा उत्पाद खरीद सकेंगे, बल्कि कारीगरों से सीधे संवाद कर उनके हुनर और तकनीक की बारीकियों को भी समझ पाएंगे।
विशेष रूप से आयोजित लाइव डेमो और सांस्कृतिक गतिविधियां इस उत्सव की खासियत हैं, जो आगंतुकों को भारतीय कला और परंपरा को करीब से अनुभव करने का अवसर देती हैं।
कारीगरों और बुनकरों को बढ़ावा देने का प्रयास
“शरद शिल्पोत्सव” का मुख्य उद्देश्य भारतीय शिल्प और बुनाई की समृद्ध परंपराओं को प्रोत्साहन देना और कारीगरों-बुनकरों को सीधे उपभोक्ताओं तक पहुँचाने के लिए मंच उपलब्ध कराना है। यह आयोजन उन असली कलाकारों को सम्मान देने का सार्थक प्रयास है, जो अपनी कला से भारत की सांस्कृतिक पहचान को दुनिया भर में जीवित रखे हुए हैं।
यदि आप भारतीय शिल्प, बुनाई और हस्तनिर्मित उत्पादों के शौकीन हैं, तो दिल्ली हाट, आईएनए का शरद शिल्पोत्सव आपके लिए एक बेहतरीन अवसर है। यहाँ आपको न केवल खरीदारी का अनुभव मिलेगा बल्कि कला और कलाकारों से जुड़ने का भी अनोखा मौका मिलेगा। -भूपिंदर सिंह