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On-The-Spot: प्रदूषण और पर्यावरण संरक्षण से संबंधित चित्रकला प्रतियोगिता

इस प्रतियोगिता में ''चांदनी चौक, जामा मस्जिद, गोलचा सिनेमा, दिल्ली गेट, तुर्कमान गेट, हौज काजी चौक, बल्ली मारन चौक, चावड़ी बाजार और आसपास के क्षेत्रों सहित पुरानी दिल्ली के विभिन्न इलाकों से आए बच्चों ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया

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पूर्व केंद्रीय मंत्री और गांधी स्मृति के उपाध्यक्ष, विजय गोयल ने कक्षा 3 से लेकर कक्षा बारहवीं तक के बच्चों के लिए “प्रदूषण” और अन्य प्रासंगिक विषयों के ज्वलंत मुद्दे पर ऑन-द-स्पॉट ‘चित्रकला प्रतियोगिता’ का उद्घाटन किया। लाल किले के पास, चरती लाल गोयल हेरिटेज पार्क मे आयोजित इस प्रतियोगिता में 1500 बच्चों ने भाग लिया।
     इस प्रतियोगिता में ”चांदनी चौक, जामा मस्जिद, गोलचा सिनेमा, दिल्ली गेट, तुर्कमान गेट, हौज काजी चौक, बल्ली मारन चौक, चावड़ी बाजार और आसपास के क्षेत्रों सहित पुरानी दिल्ली के विभिन्न इलाकों से आए बच्चों ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया।
     इस अवसर पर विजय गोयल ने बच्चों की प्रतिभा की सराहना की। उन्होंने कहा कि एक बच्ची सकीना ने जहां प्रदूषण के दुष्परिणामों का चित्रण किया, वहीं सौरेश ने स्वतंत्रता संग्राम में अन्य नेताओं पर महात्मा गांधी के प्रभाव का चित्रण किया।
     चितली कबर क्षेत्र से मिनाज़, आफताब, शाहबाज़ ने प्रदूषण से निपटने के नवीन तरीकों को दिखाने में अपनी कल्पना का उपयोग किया। गोयल ने बताया कि सभी बच्चों ने न केवल चित्र बनाए अपितु भारत माता की जय के नारे भी लगाए।
     इस पेंटिंग प्रतियोगिता का उद्देश्य प्रदूषण और पर्यावरण संरक्षण से संबंधित अन्य मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और युवा पीढ़ी की रचनात्मक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित गोयल ने कहा कि आज प्रदूषण, गंभीर चिंता का विषय है, जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण से हर उम्र के लोग बुरी तरह प्रभावित होते हैं। सभी बच्चों को इस प्रतियोगिता के दौरान ड्राइंग शीट और भागीदारी के प्रमाण पत्र दिए गए हैं।
     यह प्रतियोगिता न केवल हमारे युवा दिमाग के लिए एक रचनात्मक मंच है बल्कि हमारे पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना पैदा करने में एक महत्वपूर्ण कदम है। दिल्ली गंभीर वायु प्रदूषण और धुंध की चपेट में है, जिससे सांस संबंधी बीमारियों में बढ़ोतरी के साथ स्थिति और खराब हो गई है। हमारा उद्देश्य इस संबंध में सक्रिय कदम उठाने के लिए युवा पीढ़ी के बीच जागरूकता पैदा करना है।
     विजय गोयल ने आगे कहा, “हमारा मानना है कि इस तरह की गतिविधियों में बच्चों को शामिल करने से न केवल उनकी कलात्मक प्रतिभा का विकास होता है बल्कि कम उम्र से ही उनमें पर्यावरण के प्रति जागरूकता की भावना भी पैदा होती है। मुझे विश्वास है कि इन युवाओं द्वारा बनाई गई पेंटिंग न केवल देखने में मनमोहक होंगी, बल्कि टिकाऊ जीवन और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता के बारे में शक्तिशाली संदेश भी देंगी।
गांधी दर्शन जल्द ही अपने राजघाट परिसर में बच्चों की इन पेंटिंग्स की प्रदर्शनी आयोजित करेगा।
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