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भारत का साहित्य हमेशा जीवंत रहा है और रहेगा- माधव कौशिक
पुरस्कार अर्पण समारोह 2022 में 24 साहित्यकारों को सम्मानित किया गया

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साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022 अर्पण समारोह शनिवार शाम कमानी सभागार (Kamani Auditorium)में संपन्न हुआ। समारोह की अध्यक्षता आज चुने गए नए अध्यक्ष माधव कौशिक (Madhav Kaushik)ने की और समापन वक्तव्य नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष कुमुद शर्मा (Kumud Sharma) द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस अर्पण समारोह के मुख्य अतिथि लब्धप्रतिष्ठि अंग्रेजी लेखक एवं विद्वान उपमन्यु चटर्जी (Upamanyu Chatterjee) थे।
पुरस्कार अर्पण समारोह की अध्यक्षता करते हुए साहित्य अकादेमी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष माधव कौशिक ने कहा कि साहित्य अकादमी का यह मंच विविधता में एकता देखने का सबसे बड़ा उदाहरण है। क्योंकि यहाँ हम उन्हें एकसाथ भारतीय साहित्य की एकात्मकता के रूप में देख सकते हैं।
यह सभी लेखक आम आदमी के संघर्षों को हमारे सामने रखते हुए हिंदुस्तान की नब्ज हमारे सामने लाते हैं। आगे उन्होंने कहा कि लेखक चाहे किसी भी भाषा के हो उनके साहित्यिक सरोकार एक से ही है। इस देश का साहित्य हमेशा जीवंत रहा है और रहेगा। अपने समापन वक्तव्य में साहित्य अकादेमी की नई उपाध्यक्ष कुमुद शर्मा ने कहा कि भारत की विभिन्नताओं के बावजूद इसकी जीवंत परंपराओं, इतिहास और स्मृतियों से एक जैसा नाता है। समरसता के सूत्र सारे भारतीय साहित्य को एक बनाते हैं। साहित्य अकादेमी के पुरस्कार सृजन की उत्सुकता जगाते हैं और यह परंपरा आगे भी बनी रहनी चाहिए।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए प्रख्यात अंग्रेजी लेखक उपमन्यु चटर्जी ने कहा कि हर लेखक अलग-अलग तरीके से अपने अनुभव व्यक्त करता है। लेकिन अनुवाद के माध्यम से जब वह दूसरी भाषाओं में पहुँचता है तबभी उसकी महत्ता कम नहीं होती है। उन्होंने साहित्य अकादेमी की अनुवाद योजना का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि यह एक बड़ा काम है और निरंतर जारी रहना चाहिए।
साहित्यअकादेमी पुरस्कार 2022 अर्पण समारोह में पुरस्कृत रचनाकार

हिंदी भाषा में बद्री नारायण को उनके कविता-संग्रह “तुमड़ी के शब्द” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

पंजाबी भाषा में सुखजीत को उनके कहानी-संग्रह “मैं अयनघोष नहीं” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

संस्कृत भाषा में जनार्दन प्रसाद पाण्डेय ‘मणि’ को उनके कविता-संग्रह “दीपमाणिक्यम्” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

उर्दू भाषा में अनीस अशफ़ाक़ को उनके उपन्यास “ख़्वाब सराब” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

तेलुगु भाषा में मधुरांतकम नरेंद्र को उनके उपन्यास “मनोधर्मपरागम” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

तमिऴ भाषा में एम. राजेंद्रन को उनके उपन्यास “काला पानी” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

संताली भाषा में जगन्नाथ सोरेन को उनके कविता-संग्रह “साबोरनाका बालीरे सोनन’ पाँजाय” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

सिंधी भाषा में कन्हैयालाल लेखवाणी को उनके साहित्य इतिहास “सिंधी साहित जो मुख़्तसर इतिहास” के आज 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

ओडिआ भाषा में गायत्रीबाला पंडा को उनके कविता-संग्रह “दयानदी” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

नेपाली भाषा में के. बी. नेपाली को उनके नाटक “साइनो” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

मराठी भाषा में प्रवीण दशरथ बांदेकर को उनके उपन्यास “उजव्या सोंडेच्या बाहुल्या” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

मणिपुरी भाषा में कोइजम शांतिबाला देवी को उनके कविता-संग्रह “लेइरोन्नुंग” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

मलयाळम् भाषा में एम. थॉमस मैथ्यू को उनके साहित्यिक समालोचना “आशांटे सीतायानम” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

मैथिली भाषा में अजित आजाद को उनके कविता-संग्रह “पेन-ड्राइवमे पृथ्वी” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

कोंकणी भाषा में माया अनिल खरंगटे को उनके उपन्यास “अमृतवेळ” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

कश्मीरी भाषा में फ़ारूक़ फ़याज़ (फ़ारूक़ अहमद) को उनके साहित्यिक समालोचना “ज़ायल डब” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

कन्नड भाषा में मुडनाकुडु चिन्नास्वामी को उनके लेख-संग्रह “बहुत्वदा भारत मत्तु बौद्ध तात्विकते” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

गुजराती भाषा में गुलाम मोहम्मद शेख को उनके आत्मकथात्मक निबंध “घेर जतां” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

अंग्रेज़ी भाषा में अनुराधा रॉय को उनके उपन्यास “ऑल द लाइव्स वी नेवर लिव्ड” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

बर’ भाषा में रश्मि चौधुरी को उनके कविता-संग्रह “सानस्रिनि मदिरा” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

डोगरी भाषा में वीणा गुप्ता को उनके नाटक-संग्रह “छे रूपक” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया I

बाङ्ला भाषा में तपन बंद्योपाध्याय को उनके उपन्यास “बीरबल” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गयाI

असमिया भाषा में मनोज कुमार गोस्वामी को उनके कहानी-संग्रह “भुल सत्य” के लिए 11 मार्च 2023 नई दिल्ली में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गयाI

मनोज कुमार गोस्वामी (असमिया), तपन बंद्योपाध्याय (बाङ्ला), रश्मि चौधुरी (बोडो), वीणा गुप्ता (डोगरी), अनुराधा रॉय (अंग्रेज़ी), गुलाममोहम्मद शेख (गुजराती), बद्री नारायण (हिंदी), मुडनाकुडु चिन्नास्वामी (कन्नड), फ़ारूक़ फ़याज़ (कश्मीरी), माया अनिल खंरगटे (कोंकणी), अजित आजाद (मैथिली), एम. थॉमस मैथ्यू (मलयाळम्), कोइजम शांतिबाला (मणिपुरी), प्रवीण दशरथ बांदेकर (मराठी), के.बी. नेपाली (नेपाली), गायत्रीबाला पंडा, सुखजीत (पंजाबी), जर्नादन प्रसाद पाण्डेय ‘मणि’ (संस्कृत), काजली सोरेन ‘जगन्नाथ सोरेन’ (संताली), कन्हैयालाल लेखवाणी (सिंधी), एम. राजेंद्रन (तमिऴ), मधुरांतकम नरेंद्र (तेलुगु), अनीस अशफ़ाक़ (उर्दू)। कमल रंगा (राजस्थानी) पुरस्कार ग्रहण करने नहीं आ सके।





