उत्तर प्रदेशधर्म/समाजब्रेकिंग न्यूज़
Trending
श्रद्धालुओं का इंतजार होगा खत्म, जनवरी में भगवान श्री राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा होगी
नवनिर्मित भव्य श्री राम मंदिर में मूर्ति स्थापना के बाद रामलला के दर्शनार्थियों की संख्या प्रतिदिन 1 लाख के आसपास होगी और स्थापना के अवसर पर यह संख्या 5 लाख से अधिक हो सकती है...

👆भाषा ऊपर से चेंज करें
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के गर्भगृह में 16 से 24 जनवरी 2024 के बीच भगवान श्री राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी। फिलहाल अभी कोई तिथि तय नहीं की गई है।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस कार्यक्रम के लिए समय मांगा गया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 जनवरी 2024 को अयोध्या रामनगरी आ सकते हैं। हालांकि इसकी अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। अयोध्या में भगवान श्री राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यों के साथ-साथ करीब 10 दिनों तक भव्य राम मंदिर में धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन भी किया जाएगा।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस कार्यक्रम के लिए समय मांगा गया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 जनवरी 2024 को अयोध्या रामनगरी आ सकते हैं। हालांकि इसकी अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। अयोध्या में भगवान श्री राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यों के साथ-साथ करीब 10 दिनों तक भव्य राम मंदिर में धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन भी किया जाएगा। भव्य राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में दुनिया भर के साधु संतों को प्रमुखता दी जाएगी। इस भव्य कार्यक्रम को गांवों और शहरों के साथ ही साथ विदेशों में भी प्रसारित करने की योजना बनाई जा रही है। भव्य राममंदिर की आयु कम से कम 1 हजार साल की होगी और यह सभी श्रद्धालुओं के लिए खुला रहेगा। मंदिर के तीन गेट होंगे और इसका शिखर सोने का होगा। बता दें कि राम मंदिर निर्माण का कार्य बहुत तेजी से किया जा रहा है।

जानकारी के लिए बता दें कि तीन तल के राम मंदिर का निर्माण तो 2025 तक पूर्ण होगा। हालांकि, मंदिर के भूतल का 80 प्रतिशत निर्माण हो चुका है। अगले वर्ष 24 जनवरी 2024 तक भूतल पर ही निर्मित गर्भगृह में भगवान रामलला की स्थापना होनी है। अयोध्या के भव्य राम मंदिर में तीनों तल पर कुल 392 स्तंभ प्रयुक्त होने हैं और प्रत्येक स्तंभ पर शुभता, कला एवं भव्यता की पर्याय यक्ष-यक्षिणियों और कुछ चुनिंदा देवी-देवताओं की मूर्तियां उत्कीर्ण की जानी हैं।
भूतल में 166 स्तंभ प्रयुक्त हुए हैं और अपनी जगह पर स्थापित होने के बाद से इन स्तंभों पर मूर्तियां उत्कीर्ण किए जाने का काम चल रहा है। अभी यह काम शुरुआती दौर में है, लेकिन 200 से अधिक विशेषज्ञ शिल्पियों के प्रयास से नवंबर तक भूतल के सभी स्तंभों को मूर्तियों से युक्त किए जाने की योजना है। भूतल के फर्श के निर्माण कार्य की योजना को अंतिम रूप दिया जा चुका है और इसी महीने में फर्श निर्माण के कार्य शुरू किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के अयोध्या के राम मंदिर के ट्रस्ट रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का अनुमान है कि नवनिर्मित भव्य श्री राम मंदिर में मूर्ति स्थापना के बाद रामलला के दर्शनार्थियों की संख्या प्रतिदिन 1 लाख के आसपास होगी और स्थापना के अवसर पर यह संख्या 5 लाख से अधिक हो सकती है। ऐसे में श्रद्धालुओं के लिए प्रयाप्त सुविधा और व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाएगा। -ओम कुमार





