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वोकल फॉर लोकल के तहत दिल्ली में खादी महोत्सव का शुभारंभ

KVIC की खादी प्रदर्शनी: दिल्ली हाट में स्वदेशी उत्पादों का उत्सव, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली हाट में खादी महोत्सव का उद्घाटन किया

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आई.एन.ए. दिल्ली हाट में खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC), सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME), भारत सरकार द्वारा विशेष खादी प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन बुधवार को दिल्ली को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने केवीआईसी के अध्यक्ष मनोज कुमार की उपस्थिति में किया। यह प्रदर्शनी 15 अक्टूबर 2025 तक चलेगी और देशभर से आए खादी एवं ग्रामोद्योग संस्थानों के उत्पाद इसमें प्रदर्शित किए जा रहे हैं।

प्रदर्शनी का उद्देश्य और प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण

यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’‘हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियानों को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। ‘जीएसटी बचत उत्सव’ के तहत खादी उत्पादों पर जीएसटी शून्य कर दिए जाने से उपभोक्ताओं और कारीगरों दोनों को सीधा लाभ होगा। प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों को जन-जन तक पहुंचाना और ग्रामीण कारीगरों व पारंपरिक शिल्पकारों की आय में वृद्धि करना है।

18 राज्यों के 86 स्टॉल

खादी के नेचुरल हीलिंग के एक स्टाल पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता

इस प्रदर्शनी में 18 राज्यों के 33 खादी संस्थानों और 53 पीएमईजीपी एवं ग्रामोद्योग इकाइयों ने हिस्सा लिया है। कुल 86 स्टॉल में विविध खादी और स्वदेशी उत्पाद प्रदर्शित किए गए हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • खादी साड़ियां और रेडीमेड वस्त्र
  • हस्तशिल्प एवं चमड़े के उत्पाद
  • हर्बल और आयुर्वेदिक वस्तुएं
  • हस्तनिर्मित कागज उत्पाद
  • शहद, मसाले, अचार, साबुन, शैंपू इत्यादि
प्रदर्शनी में लगे एक स्टाल पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता
प्रदर्शनी में लगे एक स्टाल पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता

प्रदर्शनी में कारीगर और शिल्पकार अपने उत्पादों का सजीव प्रदर्शन भी कर रहे हैं, जिससे आगंतुकों को खादी की परंपरागत बुनाई और निर्माण प्रक्रिया की झलक देखने को मिल रही है।

मुख्यमंत्री और अध्यक्ष केवीआईसी का संदेश

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लोगों से अपील की कि वे त्योहारों की खरीदारी के दौरान खादी और स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी न केवल कारीगरों को सशक्त बनाती है, बल्कि भारत की स्वदेशी कला और सांस्कृतिक विरासत को भी संरक्षित करती है।

केवीआईसी अध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि यह प्रदर्शनी ‘मिनी भारत’ की तरह है, जहां देश के विभिन्न हिस्सों की झलक देखने को मिलती है। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में खादी और ग्रामोद्योग क्षेत्र में उत्पादन 4 गुना, बिक्री 5 गुना और रोजगार 49% तक बढ़ा है। वित्त वर्ष 2024-25 में इस क्षेत्र का कुल उत्पादन 1,16,599 करोड़ रुपये और बिक्री 1,70,551 करोड़ रुपये तक पहुंची, जिससे लगभग 2 करोड़ लोगों को रोजगार मिला है।

आगंतुकों के लिए विशेष आकर्षण

प्रदर्शनी के दौरान आगंतुकों को पारंपरिक कला और कारीगरी से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम और सजीव प्रदर्शन देखने का अवसर मिलेगा। यह आयोजन केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि ग्रामीण कलाकारों को आर्थिक सशक्तिकरण और उनकी कला को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का मंच है।

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