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पटना, 27 सितंबर 2025। साहित्य अकादमी द्वारा संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार और बिहार सरकार के सहयोग से आयोजित तीसरा अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव ‘उन्मेष 2025’ अपने तीसरे दिन 25 सत्रों के साथ पटना में संपन्न हुआ। इन सत्रों में देश-विदेश से आए कुल 146 लेखकों और साहित्यकारों ने अपनी भागीदारी निभाई।
धर्म साहित्य सत्र में राज्यपाल की अध्यक्षता

शनिवार को महत्वपूर्ण सत्र “धर्म साहित्य” की अध्यक्षता बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने की। इस अवसर पर प्रदीप ज्योति महंत, संध्या पुरेचा, टी.एस. कृष्णन, वीरसागर जैन और युगल जोशी ने अपने विचार साझा किए।
भारतीय फिल्में और संवेदनाएँ


“सौंदर्यपरक भारतीय संवेदनाएँ और भारतीय फिल्में” विषयक सत्र की अध्यक्षता प्रसिद्ध अभिनेता और फिल्मकार अमोल पालेकर ने की। इस सत्र में रत्नोत्तमा सेनगुप्ता और वाणी त्रिपाठी टिक्कू ने भी अपने विचार रखे।
रंगमंच और स्त्रियों की भूमिका
“भारतीय रंगमंच में स्त्रियाँ” विषय पर केंद्रित सत्र की अध्यक्षता लिलेट दुबे ने की। इसके साथ ही दिनभर कई अन्य रोचक सत्र आयोजित हुए, जिनमें प्रमुख रहे –
- विदेशी भाषाओं में भारतीय साहित्य का प्रचार-प्रसार
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति और साहित्य
- भक्ति साहित्य की प्रासंगिकता
- भारतीय नाटकों में प्रवासन और विस्थापन
साथ ही, कविता-पाठ, कहानी-पाठ और बहुभाषी रचना-पाठ के अनेक सत्र भी आयोजित किए गए।
समापन समारोह
उत्सव का समापन समारोह ज्ञान भवन, सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र, पटना में आयोजित होगा। इस अवसर पर भारत के उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन समापन वक्तव्य देंगे। कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, बिहार के पर्यटन मंत्री राजकुमार सिंह, साहित्य अकादमी के अध्यक्ष माधव कौशिक और संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सचिव विवेक अग्रवाल भी उपस्थित रहेंगे।
रिकी केज देंगे लाइव प्रस्तुति
समापन अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रैमी अवॉर्ड विजेता संगीतज्ञ रिकी केज अपनी लाइव प्रस्तुति देंगे।

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