जोधपुर में सुमेर शिक्षण संस्थान के 128वें स्थापना दिवस पर हरियाणा के CM नायब सिंह सैनी ने किया समाजसेवी प्रतिमाओं का अनावरण
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का युवाओं को संदेश : शिक्षा और संस्कार से ही संभव है राष्ट्र निर्माण

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जोधपुर, शुक्रवार।
शुक्रवार को राजस्थान के जोधपुर में श्री सुमेर शिक्षण संस्थान के 128वें स्थापना समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे अपने पूर्वजों की गौरवशाली परंपराओं को संजोते हुए शिक्षा को जीवन का आधार बनाएं। उन्होंने कहा कि केवल शिक्षा ही वह सशक्त साधन है, जिसके माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है। शिक्षा से नई सोच, आत्मविश्वास और प्रगति के अवसर प्राप्त होते हैं। इसलिए युवाओं को शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों को भी अपनाना चाहिए, ताकि वे राष्ट्र निर्माण में अपनी सार्थक भूमिका निभा सकें।
मुख्यमंत्री श्री सैनी राजस्थान के जोधपुर स्थित श्री सुमेर शिक्षण संस्थान के 128वें स्थापना समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने शिक्षा एवं सामाजिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 800 व्यक्तियों को सम्मानित किया।
प्रतिमाओं का अनावरण
समारोह से पहले मुख्यमंत्री ने सोनी देवी गहलोत पैवेलियन एवं ग्राउंड का उद्घाटन किया तथा श्री भामाशाह जी और समाजसेवी श्री देवी लाल गहलोत जी की प्रतिमाओं का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि ये प्रतिमाएं आने वाली पीढ़ियों को उनके आदर्शों और सिद्धांतों को अपनाने की प्रेरणा देती रहेंगी।
संस्थान की ऐतिहासिक भूमिका
मुख्यमंत्री ने शिक्षण संस्थान के प्रबंधकों और शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि समाज सेवकों ने 128 वर्ष पहले इस संस्थान की नींव रखी थी। यह संस्थान न केवल आजादी के आंदोलन का साक्षी है, बल्कि स्वतंत्रता के बाद भी भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली संस्थाओं में से एक है। उन्होंने कहा कि वे इस समारोह में मुख्यमंत्री के नाते नहीं, बल्कि समाज के सदस्य और परिवार के बेटे की तरह शामिल हुए हैं।
राष्ट्र निर्माण में हरियाणा की भूमिका
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि हरियाणा की जनता ने उनकी सरकार को तीसरी बार सेवा का अवसर दिया है। यह समर्थन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के विजन को साकार करने के लिए मिला है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद, सुशासन, अंत्योदय और सबका साथ-सबका विकास की भावना से देश तेजी से आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि आज भारत हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है –
- बुनियादी ढांचे का विस्तार,
- किसानों की आय दोगुनी करने के प्रयास,
- महिला सशक्तिकरण,
- युवाओं के लिए रोजगार के अवसर।
डिफेंस कॉरिडोर से लेकर फ्रेट कॉरिडोर तक, भारतमाला से सागरमाला तक, सड़क, रेल और हवाई कनेक्टिविटी के विस्तार पर केंद्र सरकार मिशन मोड में काम कर रही है।
माली संस्थान का योगदान
मुख्यमंत्री ने कहा कि माली संस्थान जोधपुर बीते 128 वर्षों से शिक्षा और समाज सेवा में अद्वितीय योगदान दे रहा है। समाज के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण, रोजगार, छात्रावास और निःशुल्क कोचिंग जैसी सुविधाएं देकर आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि समाज का गौरवशाली इतिहास संघर्ष, त्याग और सेवा से भरा है। इस समाज ने देश को वीर योद्धा, विद्वान, कलाकार और खिलाड़ी दिए हैं।
महान विभूतियों में –
- महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले (शिक्षा व सामाजिक सुधार),
- जगदेव प्रसाद कुशवाहा (सामाजिक चेतना),
- मेजर ध्यानचंद (खेल),
- नेकचंद सैनी (कला),
का योगदान विशेष रूप से उल्लेखनीय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उदाहरण दर्शाते हैं कि जब समाज एकजुट होकर शिक्षा और सेवा को आधार बनाता है तो प्रगति और परिवर्तन निश्चित होते हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य
समारोह में राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत, सांसद राजेन्द्र गहलोत, विधायक भगवान राम सैनी, भागचंद टांकड़ा, श्रीमती शोभा रानी कुशवाहा, माली संस्थान जोधपुर के अध्यक्ष प्रेम सिंह परिहार, सुमेर शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह कच्छावाह सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
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