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BOOK LAUNCH: “घर की औरतें और चाँद”- स्त्री और उसकी जिम्मेदारियों को दर्शाता कविता संग्रह
रेणु हुसैन की कविता संग्रह "घर की औरतें और चाँद" का विमोचन दिल्ली में "जश्न-ए-हिन्द" साक्षी संस्था द्वारा अयोजित किया गया

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नई दिल्ली स्तिथ रबिन्द्र भवन के साहित्य अकादमी सभगार (Sahitya Akademi Auditorium) में रेणु हुसैन (Renu Hussain) द्वारा रचित काव्य संग्रह “घर की औरतें और चांद” का विमोचन 150 स्त्रियों से बात करके उनकी बातों से प्रेरित होकर किया गया और इस कार्यक्रम का लाइव अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन व कई अन्य कई देशों में भी किया गया।
कार्यक्रम की प्रस्तुति “जश्न-ए-हिन्द” की मृदुला सतीश टंडन ने किया। इस अवसर पर सभी कवियों ने कुछ कविताओं का पाठ भी किया और उनके बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। इसमें स्त्री के प्रेम के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है, कि कैसे एक स्त्री अपनी सारी जिम्मेदारियों को निभाते हुए घर से लेकर बाहर तक के सभी कामों को सफलतापूर्वक करती रहती है।

ये रेणु हुसैन की तीसरी किताब का विमोचन हुआ, इसके पहले इनकी दो और काव्य संग्रह का पूर्व में हो चुका है। इस अवसर पर रेणु जी की माँ ने भी पहली बार उपस्थित होकर उन्हें अपना आशीर्वाद दिया।
इस अवसर पर लीलाधर मंडलोई (प्रख्यात कवि, लेखक, फ़िल्मकार, छायाचित्रकार), ममता किरण (प्रतिष्ठित कवि एवं मीडिया कर्मी), लक्ष्मी शंकर वाजपेयी (अन्तरराष्ट्रीय कवि,लेखक, एवं मीडिया विशेषज्ञ, पूर्व निदेशक आकाशवाणी), सागर सियालकोटि, अनिल शर्मा जोशी (सुप्रसिद्ध लेखक,कवि, उपाध्यक्ष, केंद्रीय हिंदी शिक्षण), प्रो सोमा बंदोपाध्याय (कुलपति, बाबा साहब अंबेडकर विश्वविद्यालय,प्रख्यात कवियत्री), सुमन केशरी (प्रख्यात कवियत्री और लेखिका), डॉ.संदीप अवस्थी (आलोचक, लेखक) एवं नरेश शांडिल्य (कवि, दोहाकार, शायर, समीक्षक और संपादक) व बड़ी संख्या में कविता प्रेमी मौजूद रहे और कविताओं का आनंद उठाया व चर्चाओं में भाग लिया।





