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CUET: अब सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में दाखिले के लिए देना पड़ेगा एंट्रेंस टेस्ट, 13 भाषाओं में होगी परीक्षा

देश के केंद्रीय विश्वविद्यालयों (central university) में ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने के लिए अब 12वीं बोर्ड में प्राप्त अंकों का कोई मतलब नहीं रह जाएगा।

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Importent News For 12th Students: देश के केंद्रीय विश्वविद्यालयों (central university) में ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने के लिए अब 12वीं बोर्ड में प्राप्त अंकों का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। यूजीसी (UGC) के मुताबिक कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट यानी सीयूईटी (Common University Entrance Test -CUET) में प्राप्त अंकों के आधार पर ही केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिला मिलेगा। हालांकि अभी भी न्यूनतम अंकों की जरूरत पड़ेगी लेकिन ज्यादा नंबर लाने वालों की वरीयता अब खत्म हो जाएगी क्योंकि यूजीसी (UGC) अब सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए एक परीक्षा (CUET) आयोजित कर रहा है। सोमवार को इस संबंध में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (University grant commission-UGC) ने घोषणा की। इस परीक्षा में पास होने वाले परीक्षार्थियों को ही डीयू, बीएचयू सहित अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों में ग्रेजुएशन में दाखिला मिलेगा। आइये 5 सवालों में जानते हैं पूरा मामला…

कब होगी परीक्षा

यूजीसी ने कहा है कि 2022-23 सत्र से ही जुलाई में कॉमन एंट्रेंस टेस्ट परीक्षा लिया जाएगा, इस परीक्षा के आधार पर केंद्रीय विश्वविद्यालय में छात्रों को ग्रेजुएशन में एडमिशन मिलेगा। हालांकि कुछ यूनिवर्सिटी ऑडियो-विजुअल या परफॉर्मिंग आर्ट (audio-visual or performing arts) या एक्स्ट्रा करिकुलर और स्पोट्र्स कैटगरी में दाखिले के लिए प्रैक्टिकल या ट्रायल को आधार बना सकती है। Read More- Jee Mains: कम समय में तैयारी करे इस प्रकार, मिलेगी सफलता कैसे होगी परीक्षा
जगदीश कुमार ने बताया कि परीक्षा दो शिफ्ट में आयोजित होगी, पहली शिफ्ट में अनिवार्य लैंग्वेज टेस्ट, दो दिए गए विषय और सामान्य परीक्षा होगी। दूसरी शिफ्ट में चार विषय होंगे और एक भाषा की परीक्षा होगी, यह भाषा 19 भाषाओं में से एक होगी जिसे विद्यार्थी खुद चुनेंगे।

 

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कौन कर सकता है आवेदन

कोई भी छात्र जो 12वीं बोर्ड परीक्षा पास किया हो व केंद्रीय विश्वविद्यालय  में ग्रेजुएशन में एडमिशन लेना चाहता है, वह इसमें आवेदन कर सकता है।

 

कैसे करेंगे तैयारी क्या होगा  सिलेबस आधार

इसका सिलेबस सीबीएसई में एनसीईआरटी पर आधारित होगा। यूजीसी ने इस प्रवेश परीक्षा के नाम में से केंद्रीय विश्वविद्यालय शब्द को हटा दिया ताकि अगर डीम्ड या निजी विश्वविद्यालय चाहे तो इस परीक्षा में शामिल हो सकता है और इसी परीक्षा के आधार पर अपने संस्थानों में छात्रों को दाखिला दे सकता है, कंप्यूटर आधारित यह परीक्षा जुलाई के पहले सप्ताह में आयोजित की जाएगी।

किन छात्रों को मिलेगा फायदा

जगदीश कुमार ने कहा, यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए यही बात सही है क्योंकि इसके लिए एनसीईआरटी सिलेबस को आधार बनाया गया। चाहे उसने किसी भी बोर्ड से परीक्षा क्यों न दी हो, चाहे वह सुदूर गांव या उत्तर पूर्व के ही क्यों न हो, उन्हें समान मौका मिलेगा।
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