राधाष्टमी उत्सव इस बार होगा कुछ खास
इस्कॉन द्वारका मंदिर में राधाष्टमी की उमंग भव्य आयोजन के संग
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भगवान कृष्ण की जन्माष्टमी का उत्सव गत दिनों धूमधाम से संपन्न हुआ। अब 14 सितंबर यानी मंगलवार को राधाष्टमी है जिसकी तैयारियाँ जोर-शोर से चल रही हैं। श्रीमती राधारानी के जन्मदिवस के अवसर पर इस्कॉन द्वारका श्री श्री रुक्मिणी द्वारकाधीश मंदिर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे। भाँति-भाँति के सुगंधित पुष्पों, मनभावन मंजरियों से सुसज्जित मंदिर में राधारानी का अमृतमय 108 दिव्य द्रव्यों से अभिषेक कर उनका महाश्रृंगार किया जाएगा। 56 भोग की तर्ज पर 1008 विशेष भोग लगाए जाएँगे।
ज्ञात हो कि कोरोना के दुष्प्रभाव से अभी भी वातावरण पूर्णतया सुरक्षित नहीं हुआ है। भक्तगण राधाष्टमी उत्सव में अधिक से अधिक संख्या में भाग ले सकें, इसके लिए श्रीमती राधारानी के जन्मदिवस अथवा आविर्भाव काल की कथाएँ, ब्रज की सखियों, गोपियों की रासलीला, मनोहारी मानभंग आदि की कथाओं का प्रसारण द्वारका के यूट्यूब चैनल पर ऑनलाइन किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त जो भी भक्तजन मंदिर में राधारानी के दर्शन हेतु आएँगे, उन्हें प्रसाद स्वरूप राधाकुंड का जल दिया जाएगा, जिसे भक्तजन अपने घर लेकर जा सकते हैं। माना जाता है कि इस जल से भक्तों को अपने कष्टों से राहत मिलती है और उन्हें श्रीमती राधारानी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस भव्य दिन को यादगार बनाने के लिए बच्चे ही नहीं, बड़ों के लिए भी मंदिर में सेल्फी प्वाइंट लगेगा, ताकि वे इन यादों को सँजोकर हमेशा अपने पास रख सकें।
इस्कॉन गर्ल्स फोरम की ओर से ‘गोपी डॉट्स’ का स्टॉल भी माताओं व बहिनों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगा। श्रीमती राधारानी का प्रिय श्रृंगार माथे पर चमकती रंग-बिरंगी छोटी-छोटी चंदन की सुवासित बिंदिया आप भी लगा सकते हैं और उनकी सन्निकटता को अनुभव करने का अंशमात्र लाभ ले सकते हैं। मंदिर में आयोजित ये भव्य कार्यक्रम शाम 4 बजे से आरंभ किए जाएँगे।
राधाष्टमी के अवसर पर इस बार भी हर बार की तरह अनेक केंद्रों से जरूरतमंद लोगों को भोजन वितरण किया जाएगा। इस्कॉन फूड फॉर लाइफ द्वारका की ओर से यह खास कदम खास अवसर के लिए उठाया गया है। ज्ञात हो कि पिछले साल कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान इस्कॉन फूड फॉर लाइफ द्वारका ने 375 केंद्रों में प्रतिदिन 5 लाख से भी ज्यादा जरूरतमंद लोगों को खाना खिलाया था। तब से लेकर आज तक यह सिलसिला अनवरत जारी है। फूड फॉर लाइफ के प्रबंधक श्री अर्चित प्रभु जी कहते हैं राधाष्टमी का उत्सव मनाना हमारे लिए गर्व और हर्षोल्लास की बात है। राधारानी की सेवा से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं, जो भक्त असहाय अवस्था में हैं, उनकी ओर से हमारी यही खाद्य सेवा राधारानी के श्री चरणों में अर्पित है।
श्रीमती राधारानी की महिमा
आचार्यों का कहना है कि भगवान कृष्ण जिस तरह संपूर्ण शक्तिमान हैं, उसी तरह श्रीमती राधारानी भगवान की संपूर्ण आनंद शक्ति है। जैसे श्री कृष्ण की अनेक लीलाएँ प्रचलित हैं, ऐसे ही श्रीमती राधारानी की दिव्य लीलाएँ भी अनंत हैं। परम भगवान कृष्ण के प्रति जिस तरह भक्तों का प्रेम उमड़-उमड़ कर आता है, उसी तरह श्रीमती राधारानी के प्रति उनका आकर्षण देखते ही बनता है, क्योंकि श्रीमती राधारानी श्री गोविंद की सेवा करने वाली ऐसी सेविका मानी जाती हैं, जो भक्तों के लिए भगवान के प्रति प्रेम व्यक्त करने की प्रेरणा हैं। उनकी सेवा के साथ ही भगवान भक्तों की सेवा को स्वीकार करते हैं। उनके बिना माधुर्य, श्रृंगार व आदि रस अधूरा है। रासलीला का मंजर सूना है, गोपियों का आँगन सूना है और भगवान का सबसे निकटतम स्थान भी सूना ही है। इसीलिए श्री कृष्ण भगवान के साथ-साथ श्रीमती राधारानी की भी पूजा की जाती है। यूँ कहो कि श्री कृष्ण से पहले श्रीमती राधा का नाम आता है, राधा कृष्ण। बहुत सरल शब्दों में इस तरह श्रीमती राधारानी के स्वरूप को समझा जा सकता है।
प्रस्तुति-वंदना गुप्ता
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