Thinking of him: रवींद्रनाथ टैगोर पर बनी इंडो-अर्जेंटीना फिल्म रिलीज, पढ़ें इससे जुड़ी खास बातें
रवींद्रनाथ टैगोर के जीवन पर आधारित इंडो-अर्जेंटीना फिल्म 'थिंकिंग ऑफ हिम' रिलीज देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज
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Thinking Of Him Release: रवींद्रनाथ टैगोर के जीवन पर आधारित इंडो-अर्जेंटीना फिल्म ‘थिंकिंग ऑफ हिम’ गुरुवार को भारतीय सिनेमाघरों में रिलीज हुई। इस फिल्म के डायरेक्टर अर्जेंटीना के पाब्लो सीजर हैं। खास बात है कि 6 मई को ही नोबेल पुरस्कार विजेता गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की 161वीं जयंती भी है।
फिल्म क्यों है खास
आपको बता दें कि यह फिल्म भारतीय नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर और अर्जेंटीना के लेखक विक्टोरिया ओकाम्पो के साथ संबंध की कहानी पर आधारित है। कहा जाता है कि ‘गीतांजलि’ के फ्रांसीसी अनुवाद को पढ़ने के बाद ओकाम्पो, टैगोर को बहुत पसंद करने लगी थी, और जब वह 1924 में ब्यूनो आयर्स की यात्रा के दौरान बीमार पड़ गए, तो उनकी देखभाल भी उन्होने ने ही की थी। Read More. जियो लाया है तीन जबर्दस्त प्लान, क्रिकेट लवर्स के लिए है ख़ास
फिल्म की स्टार कास्ट
इस फिल्म में निर्देशक ने जीवन की कहानी के आधार पर टैगोर-ओकाम्पो के बारे में बताया गया है। टैगोर जब एक समारोह में भाग लेने के लिए पेरू जा रहे थे, तब 6 नवंबर 1924 को चिकित्सा के लिए ब्यूनस आयर्स में रुकना पड़ा था। विक्टोरिया को इसके बारे में पता चला और उन्होंने ब्यूनस आयर्स के एक उपनगर में एक हवेली किराए पर ली और वहां टैगोर को रखा तथा उनकी देखभाल कि थी।
क्या कहते हैं पाब्लो सीजर
भारत में शूटिंग के अनुभव के बारे में पाब्लो सीजर ने कहा कि “भारत में शूटिंग करना एक अनूठा अनुभव था। मैं भारत को 1994 से जानता हूं, हालांकि पूरे भारत को जानना मुश्किल है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में, मैंने कई लोगों को समझा है। भारत एक ऐसा देश जिसकी मैं व्यक्तिगत रूप से प्रशंसा करता हूं।”
क्या कहते हैं सूरज शर्मा
फिल्म के बारे में अपने विचार साझा करते हुए, सूरज शर्मा ने कहा कि “हमें खुशी है कि फिल्म आखिरकार भारत भर के सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है और वह भी गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की 161वीं जयंती के अवसर पर। हम वास्तव में भाग्यशाली हैं कि हमें पाब्लो जैसा कोई व्यक्ति मिला है।”