Jee Mains: कम समय में तैयारी करे इस प्रकार, मिलेगी सफलता
👆भाषा ऊपर से चेंज करें
नई दिल्ली आईआईटी बॉम्बे की ओर से जेईई एडवांस्ड की तारीख जारी करने के बाद अब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जेईई मेन की तारीखें भी घोषित कर दी हैं। सीबीएसई की परीक्षाएं भी इन्हीं बीच में होनी हैं। दोनों ही परीक्षाओं में सफल होने के लिए अब स्टूडेंट्स को सामंजस्य बनाकर तैयारी करनी होगी। स्टूडेंट्स का कहना है कि दोनों परीक्षाएं एक साथ होने से फायदा भी मिलेगा क्योंकि सिलेबस एक जैसा ही होगा। वहीं, एक्सपर्ट कहते हैं कि इस बार स्टूडेंट्स को तनाव से बचने शॉर्ट ट्रिक और लॉन्ग मैथड से तैयारी करनी होगी।
बेसिक्स पर ध्यान दें
विशेषज्ञ कहते है कि पिछले साल जेईई मेन और एडवांस भी दिए थे लेकिन अपने माक्र्स से संतुष्ट नहीं था। इसलिए इस साल भी जेईई मेन्स की तैयारी रहा हूं। पिछली साल मैथ्स में अ’च्छा नहीं कर पाया था इसलिए इस साल मैथ्स की कोचिंग लगाई है। फुल सिलेबस के मॉक टेस्ट भी लगा रहा हूं। मैं आईआईटी बांबे से पढ़ाई करना चाहता हूं। बेसिक्स क्लियर होंगे तो ही मेन और एडवांस निकाल पाएंगे। फिर कहते है कि 12वीं की तैयारी कर रहा हूं। दोनों ही एग्जाम एक ही महीने में हैं। इसलिए दोनों की तैयारी एक साथ चल रही है। दोनों का सिलेबस एक जैसा ही रहेगा लेकिन पैटर्न अलग-अलग होगा। मेरा फोकस मैथ्स पर ज्यादा है। साथ ही फिजिक्स और कैमिस्ट्री के लिए सेल्फ स्टडी कर रहा हूं।
दोनों ही मैथड से तैयारी करनी होगी
एक्सपर्ट सुहाग कारिया ने बताया कि 12वीं का हर दिन अलग-अलग पेपर होता है। जेईई में तीन घंटे में एक साथ तीनों सब्जेक्ट के 90 में से 75 क्वेश्चन सॉल्व करना होंगे। स्टूडेंट्स को शॉर्ट ट्रिक पर फोकस करना होगा, इसमें लॉन्ग मैथड यूज नहीं होंगे जबकि 12वीं में लॉंन्ग मैथड ही जरूरी है। अब दोनों ही मैथड की तैयारी करनी होगी। Read More: जाने कब और क्यों मनाया जाता है International Women’s Day ? जुड़ा है रोचक किस्सा
परीक्षाओं में टकराव होने की संभावना ऐसे
सीबीएसई टर्म-2 की परीक्षा 26 अप्रेल से ऑफलाइन मोड में प्रस्तावित है। वहीं, जेईई मेन का अप्रेल सेशन 21 अप्रेल तक चलेगा यानी सीबीएसई व मेन के बीच बहुत कम दिनों का ही अंतराल है। एनटीए ने स्पष्ट कर दिया था कि जेईई मेन की दोनों परीक्षाएं दो चरणों में आयोजित की जाएंगी। यदि किसी उम्मीदवार की जेईई मेन और बोर्ड परीक्षा में टकराव होता है तो एनटीए उसके लिए जिम्मेदार नहीं होगी। ऐसे उम्मीदवारों को अगले साल ही आवेदन करना होगा। इस साल अलग से परीक्षा का प्रावधान नहीं होगा।