देश (National)राजनीति

PM ने कांग्रेस पर साधा निशाना, बोले- अगर कांग्रेस न होती तो परिवारवाद से मुक्त होता लोकतंत्र

गोवा के गुलाम होने पर PM ने पूर्व प्रधानमंत्री को घेरा, बोले नहीं बनाई सही रणनीति

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बजट सत्र (Budget session) में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने राज्यसभा (Rajya sabha) में कांग्रेस को अपने निशाने पर लिया। PM मोदी ने कहा – “परिवारवादी राजनीति में सबसे पहली कैजुअल्टी टैलेंट की होती है।” उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसा कि अगर कांग्रेस नहीं होती तो लोकतंत्र परिवारवाद से मुक्त होता। कांग्रेस न होती तो भारत विदेशी चस्पे के बजाय स्वेदशी संकल्पों के रास्ते पर चलता। कांग्रेस न होती तो सिखों का नरसंहार न होता। कांग्रेस न होती तो पंडितों को कश्मीर न छोड़ना पड़ता। बेटियों के तंदूर में जलने की घटनाएं न होतीं, पंजाब नहीं जलता और आम आदमी को मूल सुविधाओं के लिए इतने साल इंतजार न करना पड़ता। देश पर इमरजेंसी का कलंक न होता।  मोदी ने  कांग्रेस को घेरते हुए कहा- जिन्होंने इमरजेंसी लगाई वे लोकतंत्र की चर्चा कर रहे हैं। पहले छोटी-छोटी बात पर राष्ट्रपति शासन लग जाता था।

पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि हमारी सोच कांग्रेस की तरह संकीर्ण नहीं है।उन्होने कहा कि राजनीति में परिवाद से लोकतंत्र को खतरा है।दशकों तक शासन करने वालों ने राज्यों का शोषण और दमन किया है। साथ ही पीएम ने कहा कांग्रेस ने जातिवाद को बढ़ाया है। सामाजिक न्याय के साथ क्षेत्रीय न्याय की भी बात की। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कई बार बोला जाता है हम इतिहास बदलने की कोशिश कर रहे हैं। मैं देख रहा हूं कि कांग्रेस अर्बन नक्सलियों की सोच में फंस गई है। अर्बन नक्सलियों ने कांग्रेस की दुर्दशा का फायदा उठाकर उनकी सोच पर कब्जा कर लिया।

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मोदी ने नेहरू को घेरा

मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को भी घेरा। उन्होंने कहा कि यह वर्ष गोवा मुक्ति के 60 वर्ष होने का कालखंड है।  जिस तरह सरदार पटेल ने हैदराबाद और जूनागढ़ के लिए रणनीति बनाई थी, अगर उसी तरह गोवा के लिए भी रणनीति बनती तो 15 साल तक गोवा गुलाम नहीं होता। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री को दुनिया में अपनी छवि बिगड़ने का खतरा था, इसलिए उन्होंने गोवा को 15 साल तक गुलामी में धकेले रखा। नेहरू ने सत्याग्रहियों को मदद देने से इनकार कर दिया था। पंडित नेहरू ने तब कहा था, “कोई धोखे में न रहे कि हम वहा फौजी कार्रवाई करेंगे। कोई फौज गोवा के आसपास नहीं है। अंदर के लोग चाहते हैं कि हम वहां फौज भेजें लेकिन हम वहां फौज नहीं भेजेंगे। जो लोग वहां जा रहे हैं, उनको वहां जाना मुबारक हो।”

वोटिंग से पहले मोदी को आई गोवा की याद

बता दे कि गोवा विधानसभा की 40 सीटों पर आगामी 14 फरवरी को मतदान होना है, चुनाव नतीजे 10 मार्च को घोषित होंगे। राज्य में फिलहाल भाजपा की सरकार है और प्रमोद सावंत मुख्यमंत्री हैं। प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान को गोवा विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।

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