Edible Oil Price: महंगाई के चलते खराब गुणवत्ता वाले तेल के उपयोग के लिए मजबूर हुए लोग, सर्वे में खुलासा
खाद्य तेलों की किमतो में 70 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है
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नई दिल्ली. कोरोना काल के दौरान खाने के तेल के दाम काफी प्रभावित हुए है। कोविड काल से खाद्य तेलों की किमतो में 70 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। जिसका साफ असर नागरिकों के बजट पर साफ नजर आ रहा है। सूरजमुखी का तेल फरवरी 2019 में 98 रुपए प्रति लीटर मिल रहा था। अब वह 180 से 250 रुपए प्रति लीटर तक महंगा ह चुका है।
लोकल सर्किल के सर्वे के अनुसार, देश में खाद्य तेल की बढ़ती कीमतों ने कई लोगों को इसकी खपत कम करने व कई अन्य को खाद्य तेल की गुणवत्ता से समझौता करने पर मजबूर कर दिया है। इस सर्वे में 359 जिलों से 360000 प्रतिक्रियाएं ली गई हैं। इसमें यह भी पाया गया है कि 67 फीसदी घरों में खाद्य तेल के लिए अधिक भुगतान किए जाने के कारण उनकी बचत कम होती जा रही है। Read More: माही मैजिक से हार के पंजे से बचना चाहेगी चेन्नई, बेंगलूरू के खिलाफ जबरदस्त है रिकॉर्ड
यह सर्वे ऐसे समय में हुआ है जब खाद्य तेलों के दामों में पिछले 12 महीनों में 50-100 प्रतिशत और बीते 45 दिनों में 25-40 प्रतिशत का उछाल आया है। इस सर्वे में 29 फीसदी परिवारों ने कहा है कि उन्होंने खाद्य तेल की गुणवत्ता को घटा दिया है। उनका कहना है कि वह निचले दर्जे का तेल इस्तेमाल कर रहे हैं। 67 फीसदी परिवारों का कहना है कि उन्होंने अपने पसंदीदा खाद्य तेल को नहीं बदला है।
खराब तेल का प्रयोग से होते ये नुकसान
- पाचन क्रिया को करता है प्रभावित करता है।
- हार्ट-अटैक का कारण बनता है।
- कोलेस्ट्रॉल लेवल में करता है वृध्दि।
- उम्र से पहले आता है बुढ़ापा।