शिक्षक पात्रता परीक्षा: 50 दिनों से हड़ताल पर चयनित अभ्यर्थी, 2 हजार से ज्यादा को नहीं मिली ज्वाइनिंग
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नई दिल्ली. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में अपनी भर्ती को लेकर लोक शिक्षण संचनालय के सामने पिछले 50 दिनोंं से आंदोलन कर रहे है। जिसमें 2000 से अधिक अभ्यर्थियों की बहाली अटकी हुई है। यह ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थी है। धरने पर बैठे अभ्यर्थी बताते है की शासन और प्रशासन ने अब तक किसी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं दी है।
इसमें हाईकोर्ट ने यह कहकर तारीख बढ़ाकर 22 जून कर दी कि आगे सरकार खुद अपनी स्वेच्छा से डाटा पेश करे। इस आदेश की वजह से चयनित शिक्षक और परेशान हो गए हैं। उनका कहना है कि हम धरना जारी रखेंगे। हम आपको बता दे कि यह शिक्षक भर्ती की घोषणा सितम्बर 2018 में की गई गई थी। जिसकी परीक्षा फरवरी – मार्च 2019 में आयोजित की गई थी। जिसमें कुल 19,000 भर्तियां होनी थी। लेकिन अब तक केवल 12,000 शिक्षकों की बहाली हो पाई है। आपको बता दे की इस परीक्षा में 13 लाख परीक्षार्थी शामिल हूए है। Read More: सुप्रीम कोर्ट ने की सीपीआईएम की याचिका की खारिज, कहा पहले हाई कोर्ट जाए
आज धरना स्थल पर चयनित शिक्षक निहारिका वर्मा (होंशंगाबाद) , सीमा यादव (होंशंगाबाद), कपिल साहू (बाबई), मोतिलाल पवार( बैतुल) यह लोग वर्तमान में आंदेलन कर रहे है। इन्होनें बताया आंदोलन के लिए पैसे न होने के कारण आंदोलन संभाग अनुसार कर रहेहै।सभी अपनी बारी बारी आंदोलन करते है ताकि आंदोलन जीवित रहे। कहते ये कहते है परीक्षा के बाद परिणामों के लिए आंदोलन, फिर अब बहाली के आंदोलन कर रहे है। 25 अप्रैल की सुबह से हमारे कुछ साथी आमरण अनशन पर बैठे थे। लेकिन तबीयत खराब होने के कारण ल सरकार की बेरूखी के कारण उनसे अनसन तुड़वा दिया गया। आंदोलनकारीयों नें कहा की वह तब तक आंदोलन करेंगे जब तक इनकी बहाली न हो जाए।