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“संगठन कौशल” पुस्तक का लोकार्पण
बड़े हर्ष की बात है कि यशवंत राव केलकर जी के विचारों को संकलित करके पुस्तक की रचना की गई है- नितिन गडकरी
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राज कुमार भाटिया द्वारा संकलित “संगठन कौशल” नामक पुस्तक का लोकार्पण आज दिल्ली स्तिथ आईआईएलएम इंस्टीट्यूट में हुआ, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नितिन जयराम गडकरी (केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग, भारत सरकार) एवं मुख्य वक्ता सुनील आम्बेकर (अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) रहे। और साथ ही मैदान दास देवी (पूर्व सह-सरकार्यवाह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) भी इस कार्यक्रम उपस्थित थे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय महामंत्री सुश्री निधि त्रिपाठी इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रही।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन की विशेषता पर लिखित, संगठन शैली से निर्माण होने वाले कार्यपद्धति का विश्लेषण करने वाली यह पुस्तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार भाटिया द्वारा लिखी गयी है जो स्वयं भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम मे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और अभाविप के बहुत से पूर्व कार्यकर्ता एवं उच्च पदाधिकारी उपस्थित रहे। संगठन कौशल नाम के इस पुस्तक की रचना यशवंत राव केलकर जिन्हें अभाविप का शिल्पकार माना जाता है उनके विचारों को और आगे ले जाते हुए विद्यार्थी परिषद की कार्यपद्धति को समझाने हेतु की गई है। इस पुस्तक में बहुत से लोगों के लेखों का संकलन है जिसे सुरुचि प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किया गया है। लेखों में जाने माने शिक्षाविद एवं देश के बड़े नामों ने अपने लेख इस पुस्तक में लिखें है।
कार्यक्रम में उपस्थित नितिन गडकरी ने कहा कि आज बड़े हर्ष की बात है कि यशवंत राव केलकर जी के विचारों को संकलित करके पुस्तक की रचना की गई है। मैंने विद्यार्थी परिषद में यशवंत राव जी के साथ एक कार्यकर्ता के रूप में काम किया है और मेरे जीवन मे जो भी सकारात्मक परिवर्तन आये है वो सभी विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने से ही आए है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार प्रमुख सुनील आम्बेकर जिन्होंने पुस्तक का आमुख भी लिखा है, उन्होंने कहा की राष्ट्र पुनर्निर्माण की इस यात्रा में जल्द हम उस पड़ाव पर होंगे जब कोई युवा अपने आप को पीछे नही पाएगा। हमारे संगठन की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम सामान्य लोगों की असामान्यता पर पूर्ण विश्वास करते है। लोगों को दिशा देने का काम आज विद्यार्थी परिषद कर रही है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा, यशवंत राव केलकर जी को यदि विद्यार्थी परिषद का शिल्पकार कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। आज उनके विचारों से प्रेरित होकर विद्यार्थी परिषद का परिवार रूपी विशाल वटवृक्ष देश भर में विभिन्न आयामों के माध्यम से विद्यार्थियों को दिशा दिखा रहा है। देश भर में 1,09,335 स्थानों पर स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण का कार्यक्रम भी विद्यार्थी परिषद की इस कार्यशैली का प्रतिबिम्ब है।