ISKCON:आजादी के 75वें साल का जश्न मनाएँ द्वारकाधीश के चरणों में…
सैनिकों की गौरव गाथा को चलो हम भी गुनगुनाएँ, आजादी का जश्न 75वें साल मनाएँ

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वतन की राह में अपनी जान तक लुटाने का दिल रखने वाले अनेकों शूरवीरों के बारे में जब हम सोचते हैं, तो भारतीय सैनिकों के प्रति सम्मान का भाव आ जाता है। हमारे ये सैनिक बाहरी तत्वों से सुरक्षा प्रदान करने का काम करते हैं। सीमा प्रहरी बन जब वे चौकसी करते हैं तो हम अपने घरों में चैन की नींद सो पाते हैं। देश की विभिन्न सीमाओं पर अपना कर्तव्य निभाते हुए हमारे सैनिक सिर्फ अपनी जान की बाजी ही नहीं लगाते बल्कि अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देते हैं। अपने परिवार के प्रेम की अनुभूतियों को वे महज महसूस ही कर पाते हैं। बच्चों का जन्मदिन हो, पति-पत्नी की सालगिरह हो, परीक्षा के परिणाम का उल्लास हो या सगे-संबंधियों का विवाह-उत्सव। ढोल-नगाड़ों और स्वादिष्ठ मिठाइयों की इन तमाम खुशियों से दूर वे एकांत में, हाथों में शस्त्र लिए सूखे पत्तों की हर आहट पर चौकन्ना रहकर अपना समय बिताते हैं। ऐसे नौजवानों की लंबी आयु और सलामती के लिए हम जितनी शुभकामनाएँ उन्हें भेज सकें, उतनी कम हैं।
इस साल 75वें स्वतंत्रता दिवस पर इस्कॉन, द्वारका, नई दिल्ली ने एक ऐसा ही अवसर प्रदान किया है, जहाँ आप सैनिकों के सम्मान में आजादी के इस उत्सव को भरपूर उल्लास के साथ मना सकते हैं। इस अवसर पर मंदिर में द्वारकाधीश का भव्य रूप तीनों रंगों में सजा हुआ नजर आएगा। यहाँ आकर आप इन सैन्य योद्धाओं के लिए मंगल कामना कर सकते हैं। कहते हैं प्रार्थनाओं में बहुत शक्ति होती है और यही शक्ति हमें उन तक पहुँचानी है, ताकि उनके बुलंद हौसलों को नई रफ़्तार मिल सके। भगवान का स्मरण करते हुए वे देश की सेवा को कर सकें जैसे महाभारत के सेना नायक अर्जुन ने किया था।
खासतौर से सैनिकों के परिवारों के लोग इन अपनों के लिए मंगल की विशेष कामना रखते हैं। इस दिन यहाँ आकर वे भगवान की हजारों गुना कृपा के अधिकारी बन जाते हैं। फिर भगवान का वंदन करने में जो असीम आत्मिक शांति प्राप्त होती है, वह तो अतुलनीय है ही। सिर्फ सैनिकों के लिए ही नहीं, पुलिस, सीमा सुरक्षा बल, जल, थल और वायु सेना के सैनिकों, सेना वाहिनियों के जवान, जो भी हमारे रक्षक देश की सेवा से जुड़े हैं, उनके परिवारों से विशेष आग्रह है कि उनके कुशल-क्षेम के लिए दिल से कामना करें और आरती की महिमा को स्वीकार करें। आरती के लिए इस्कॉन के सोशल मीडिया पेज पर संपर्क किया जा सकता है और सीधे मंदिर में आकर भी उनके लिए आरती करवा कर सर्वोच्च प्रभु का शुभाशीष प्राप्त कर सकते हैं।
गौरतलब है कि इस बार आजादी के इस जश्न को मनाने के लिए मंदिर की सजावट तीन रंगों में होगी। युवाओं के आकर्षण के लिए ‘सेल्फी प्वाइंट’ लगाया जाएगा ताकि इस दिन यहाँ आने वाले अपने कैमरे में खुशनुमा यादें समेट कर ले जाएँ। खास बात यह है कि इस दिन भगवान का प्रसादम भी झंडे के तीनों रंगों में अपनी महक बिखेरेगा। अन्य मिठाई भोग भी ट्राई कलर में मिलेंगे। इसके अलावा, बच्चों की कुछ पसंदीदा चीजें जैसे, चाऊमिन, केक, पेस्ट्री, पिज़्ज़ा, ड्राई केक, मफिन्स आदि भी ट्राई कलर में होने के कारण बच्चों को लुभाएँगे।
यकीनन देश के सैनिकों की भलाई के लिए आप भी अपना कर्तव्य निभाएँ और मंदिर में आकर सैनिकों को समर्पित आजादी के इस उत्सव में भाग लेकर उल्लास मनाएँ। प्रस्तुति- वंदना गुप्ता
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