Inflation Rate: देश में महंगाई दर 7वें आसमान पर, 8 साल में जरूरत की चीजों के दाम सबसे ज्यादा बढ़े
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल महीने में महंगाई दर 7.79% पर आई, हर प्रकार की चीजें हो रही महंगी।
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नई दिल्ली. गरीब वर्ग और आम आदमी पर महंगाई की मार जारी है। खाने-पीने व रोजमर्रा में जरूरत की चीजों के दाम बढ़ने से आम आदमी परेशान है। अप्रैल के महीने में महंगाई दर पिछले 8 सालों के शीर्ष पर है। जिसमें खाने-पीने के सामान से लेकर लग्जरी सामान हर चीज में महंगाई देखने को मिली। गुरुवार को जारी हुए सरकारी आकड़ों के मुताबिक, कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित रिटेल महंगाई दर अप्रैल में बढ़कर 7.79% हो गई।
पिछले दिनों डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड स्तर पर गिरा था रुपया
मंहगाई के लिए वैश्विक स्तर पर रुपया की गिरावट को भी माना जा रहा है। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 77.59 रुपये प्रति डॉलर के सर्वाधिक निचले स्तर पर आ गया है। आज रुपया खुला भी जोरदार गिरावट पर था और करेंसी मार्केट खुलते ही इसने लो लेवल बना डाला।
आरबीआई ने बढ़ाया था रेपो रेट
हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट में वृद्धिं की है। पहले 4 प्रतिशत की दर से बैंको को लोन दिया जाता था । लेकिन .40 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 4.40 प्रतिशत हो गया है। Read More: क्रिप्टोकरेंसी की गिरावट में लुना ने किया कंगाल, लुुट गए लालची निवेशकों के पैसे
रिटेल महंगाई की दर
कच्चे तेल, कमोडिटी की कीमतों, मैन्युफैक्चर्ड कॉस्ट के अलावा कई अन्य चीजें भी होती हैं, जिनकी रिटेल महंगाई की दर तय करने में अहम भूमिका होती है। करीब 299 सामान ऐसे हैं, जिनकी कीमतों के आधार पर रिटेल महंगाई का रेट तय होता है। गौरतलब है कि सरकार इन सब को कैसे निपटेगी। मोदी सरकार पर निगाहें होगी।