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दुनिया का सबसे बड़ा गणतंत्र है भारत- पंडित विश्व मोहन भट्ट

पंडित विश्व मोहन भट्ट- मोहन वीणा वादक बताते हैं कि मुझे आज भी वो दिन याद है जब देश का सर्वोच्च सम्मान पद्मश्री और पद्मभूषण गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में ही मिला था।

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गणतंत्र दिवस पर विशेष पंड़ित विश्व मोहन भट्ट- मोहन वीणा वादक 
       हमारे देश की आजादी के बाद 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ था और आज हमारा देश विश्व का सबसे बड़ा गणतंत्र है। 26जनवरी को हमलोग एक त्योहार की तरह पूरे  देश में मनाते हैं। चारों ओर देश भक्ति के गीत कानों में गूंजने लगते हैं। मुझे आज भी वो दिन याद है जब देश का सर्वोच्च सम्मान पद्मश्री और पद्मभूषण गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में ही मिला था। इसलिए यह दिन दोनों तरह से मेरे लिए सबसे खास है।
       मेरा देश सबसे महान है और मैं अपने देश से बहुत प्यार करता हूँ। यही वजह है कि मैं अपने हर कार्यक्रम के समापन पर वंदे मातरम और जन गण मन का देशभक्ति गीत जरूर बजाता हूँ। अभी तक मैं 80 देशों की यात्रा कर चुका हूँ। मुझे देश-विदेश सभी जगह से ऑफर आए कि आप यहां आकर बस जाइए। आप छोटे शहर में क्यों रहते हैं। आपको तो दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में रहना चाहिए। लेकिन मैं उनको कैसे समझाऊं कि मुझे अपना छोटा शहर जयपुर ही बेहद पसंद है। यहां की जो हवा में सुकून है वह कहीं नहीं है। मैं इसी शहर में रहूंगा,क्योंकि इसकी मिटटी की खुशबु ही अलग है। जीवन में मुझे दो ही चीजों से लगाव है एक मातृभूमि और दूसरी मेरी माता जी। मैं आज भी अपने उसी पुश्तैनी मकान में रहता हूँ जिसमें मेरे माता-पिता रहते थे।
आज देश में मोबाइल और इंटरनेट ने तो एक क्रांति ही ला दी है। इसकी वजह से अब हर चीज सहज हो गया है। लेकिन हर चीज के दो पहलू होते हैं। एक साकारात्मक और दूसरा नाकारात्मक। इसका नाकारात्मक प्रभाव यह है कि मोबाइल के द्वारा हम किसी को कभी भी आसानी से परेशान कर सकते हैं। इसके अलावा आज हर बच्चे के हाथ में यह खिलौना आ गया है और यह जरूरत भी बन गई है, क्योंकि इन दिनों कोरोना की वजह से बच्चों का क्लास ऑन लाइन ही हो रहा है। अब बच्चों को पहले की तरह खेलने-कूदने में मन ही नहीं लगता है। उनका अधिकतर समय मोबाइल पर गेम खेलने में ही बीत जाता है।
अब जरूरत है पाठयक्रम के द्वारा नए जेनरेशन को अपने देश की संस्कृति और संस्कार को  सिखलाने पर बल देना चाहिए। इसके अलावा हमारे यहां त्योहार क्यों मनाया जाता है उसके बारे में भी बच्चों को जानकारी देनी चाहिए। इसके साथ ही उनकी दिनचर्या कैसी हो। यह भी बताना चाहिए कि सबेर उठने से क्या लाभ होता है। आज के जेनरेशन को यह पता ही नहीं है कि हम क्यों पैदा हुए हैं और मेरा जन्म लेने का मकसद क्या है। हमारे देश में विचारों की आजादी, घूमने और धर्म अपनाने की स्वतंत्रता है। यह सबसे बड़ी बात है, क्योंकि हम कहीं भी घूम सकते हैं, सम्पत्ति खरीद सकते हैं और किसी भी धर्म को अपनी मर्जी से अपना सकते हैं। हमारे देश के अलावा यह आजादी कहीं भी नहीं है।
हमारे देश की गिनती एक विकसित देश में होती है और आज हम दूसरे देशों को भी आर्थिक सहायता पहुंचा रहे हैं। हमारे देश में ऐसे उद्योगिक घराने हैं जो विश्व के सर्वाधिक अमीर घराने में से एक हैं।
प्रस्तुति:-संध्या रानी
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