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हिमाचल सरकार का बजट पास सुखविंदर सुक्खू ने हासिल किया विश्वास मत

हिमाचल प्रदेश: कांग्रेस नेतृत्व में सरकार ने बजट पास कराया, विधानसभा स्थगित, राजनीतिक संकट में कांग्रेस के प्रयास

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हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक संकट के बीच सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में चल रही कांग्रेस पार्टी की सरकार ने हिमाचल विधानसभा में बजट पास कराकर विश्वास मत हासिल कर लिया। इसके बाद हिमाचल प्रदेश विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। जब विधानसभा में बजट पास हुआ, तो सदन में विपक्षी दल भाजपा के सभी विधायक गैरहाजिर रहे। बीजेपी के 15 विधायकों को सदन की कार्यवाही से निष्कासित किया गया। उसके बाद बीजेपी के 10 विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया था।
     वहीं हिमाचल सरकार पर आए संकट के समाधान के लिए कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने बुधवार को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा और कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को पार्टी विधायकों से बातचीत करके समाधान निकालने के लिए शिमला भेजा है। हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट पर हुए वोटिंग में कांग्रेस के 6 विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग किए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी। उसके बाद से ही हिमाचल में राजनीतिक संकट गहरा गया था।
     हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर आए राजनीतिक संकट और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव और प्रमुख नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि “लोकतंत्र में आम जनता को अपनी पसंद की सरकार चुनने का अधिकार है। हिमाचल की जनता ने अपने इसी अधिकार का इस्तेमाल किया और स्पष्ट बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनाई। लेकिन भाजपा धनबल, एजेंसियों की ताकत और केंद्र की सत्ता का दुरुपयोग करके हिमाचल वासियों के इस अधिकार को कुचलना चाहती है। इस मक़सद के लिए जिस तरह भाजपा सरकारी सुरक्षा और मशीनरी का इस्तेमाल कर रही है, वह देश के इतिहास में अभूतपूर्व है। 25 विधायकों वाली पार्टी यदि 43 विधायकों के बहुमत को चुनौती दे रही है, तो इसका मतलब साफ है कि वो प्रतिनिधियों के खरीद-फरोख्त पर निर्भर है।”
     कांग्रेस पार्टी की प्रमुख नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने आगे कहा कि “इनका यह रवैया अनैतिक और असंवैधानिक है। हिमाचल और देश की जनता सब देख रही है। जो भाजपा प्राकृतिक आपदा के समय प्रदेशवासियों के साथ खड़ी नहीं हुई, अब प्रदेश को राजनीतिक आपदा में धकेलना चाहती है।”
     हिमाचल प्रदेश में विधानसभा की कुल 68 सीटें हैं। जिसमें से कांग्रेस पार्टी के पास 40 विधायक हैं और भारतीय जनता पार्टी के पास 25 विधायक हैं। बाकी बची 3 विधानसभा सीटों पर निर्दलीय विधायक हैं। प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार है जिसका नेतृत्व सुखविंदर सिंह सुक्खू कर रहे हैं।
     वहीं हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी के नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu)ने बुधवार को कहा कि “मैंने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है। 15 विधायकों के निष्कासित होने के बाद सदन की संख्या 53 रह गई है और बहुमत का आंकड़ा 27 रह गया है। ऐसे में कांग्रेस को विश्वास मत को आसानी से पारित कर लेना चाहिए, क्योंकि उसके पास अभी भी 34 विधायक (क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों को छोड़कर) हैं। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आगे कहा कि मैं एक योद्धा हूं। मैं एक साधारण परिवार से हूं। हम यह लड़ाई जीतेंगे और विधानसभा में बहुमत भी साबित करेंगे।”
-ओम कुमार
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