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कार्यकर्ताओं के पास प्रधानमंत्री से मिलने का सुनहरा अवसर…

निगम पार्षद जनता से जुड़ने की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है-आदेश गुप्ता

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भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आज कहा कि निगम पार्षद जनता से जुड़ने की सबसे महत्वपूर्ण और सरल कड़ी है। जनता के साथ किसी तरह की समस्या हो, वह सीधे सबसे पहले अपने निगम पार्षद के पास आता है क्योंकि उसे विश्वास होता है कि उसकी समस्या का समाधान हो जाएगा। इसलिए सभी निगम पार्षद एक लक्ष्य बनाए कि वे जनकल्याण के लिए जनसंवाद बराबर करते रहेंगे। इस काम में वे ‘नमो एप’ का उपयोग करें। उन्होंने ‘नमो एप’ को दिल्ली के घर-घर तक पहुंचाने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाने को कहा। आदेश गुप्ता ने भाजपा के सभी निगम पार्षदों के साथ हुए बैठक में कहा कि नमो एप प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तक अपनी बात पहुंचाने और उनसे बातचीत करने का एक सुगम और आसान साधन है। उन्होंने कहा कि नमो एप द्वारा अपने कामों को जनसंवाद का माध्यम बनाकर जनकल्याण तक पहुंचने का प्रयास करें ताकि लोगों को भी केंद्र सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों और योजनाओं के बारे में जानकारी मिले।
        आदेश गुप्ता ने आश्वासन दिया कि “अगर कोई कार्यकर्ता 1100 लोगों को नमो एप के माध्यम से जोड़ेगा उसे राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा से मिलने का मौका मिलेगा और अगर 5100 लोगों को जोड़ेगा उसे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी” के साथ मुलाकात करने का अवसर प्राप्त होगा। इस मौके पर प्रदेश महामंत्री दिनेश प्रताप सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक गोयल देवराहा, राजन तिवारी एवं कर्म सिंह कर्मा, तीनों निगमों के तीनों महापौर, स्थायी समितियों के अध्यक्ष, नेता सदन, भाजपा के सभी निगम पार्षद सहित अन्य निगम के पदाधिकारी उपस्थित थे।
        प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस के शासन काल में किसी भी योजना का सही लाभ लाभार्थियों तक नहीं पहुंच पाता था। यहां तक कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने भी खुद कहा कि सरकार जब भी 1 रुपया खर्च करती है तो लोगों तक 15 पैसे ही पहुंच पाते हैं। लेकिन साल 2014 के बाद जब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सरकार में आए तो उन्होंने टेक्नोलॉजी के माध्यम से सबसे पहले भ्रष्टाचार को खत्म किया। आज सरकार की कोई भी योजना का सीधा लाभ जनता को मिल रहा है। चाहे वह किसान निधि योजना हो, उज्जवला योजना हो, वृद्धा पेंशन योजना हो, प्रधानमंत्री आवास योजना हो या फिर राशन वितरण योजना हो।
-भूपिंदर सिंह

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