Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी की गिरावट में लुना ने किया कंगाल, लुुट गए लालची निवेशकों के पैसे
क्रिप्टोकरेंसी लुना में मात्र 24 घंटे में 99 प्रतिशत गिरावट
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नई दिल्ली. पिछले कई समय से लोगो का रुझान क्रिप्टो करेंसी पर निवेश करने पर रहा है। कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में निवेशकों को तगड़ा झटका लगता रहा है। तालाबंदी के दौरान क्रिप्टो निवेशकों को जमकर फायदा हुआ। लेकिन पिछले कुछ समय से क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट देखने को मिली है।। इसका सबसे बड़ा प्रभाव लुना पर पड़ा ।
क्या हुआ क्रिप्टो करेंसी लुना के साथ
बिनांस नामक क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज कंपनी ने हाल ही में लुना के साथ हुए करार को निलंबित कर दिया है। मतलब अब बिनांस लुना के टोकन निवेशकों नहीं बेचेगा। मात्र 24 घंटे में क्रिप्टो करेंसी लुना में 99 प्रतिशत की गिरावट आई है। जिसका खामियाज़ा भोले भाले लालची निवेशकों को भुगतना पड़ रहा है।
कॉइन मास्टर केप के आकड़ो के अनुसार के पिछले महिने क्रिप्टो करेंसी में 800 बिलीयन डॉलर यानि 61 लाख करोड़ रु. का नुकसान हुआ है। पिछले दिनों लगभग सारी क्रिप्टो करेंसी भारी गिरावट देखने को मिली है। जो एक रिकॉर्ड स्तर गिरावट है। इसका फायदा उन क्रिप्टो करेंसी को हुआ है जो स्थिर है या पुरानी है। जैसे लुना के गिरने से बिटकॉइन में उछाल आई है। Read More: निवेशकों का पैसा नहीं लौटाने वाले सुब्रत रॉय की गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट की रोक
क्यों न करें क्रिप्टो में निवेश
जैसा की हम सभी जानते है कि क्रिप्टो करेंसी का कोई आधार नहीं है। यह केवल ब्लॉक चैन पर आधारित है। इस पर किसी भी संगठन का या सरकार का नियत्रंण नहीं है। ऐसे में निवेशकों के नुकसान व फरियाद के लिए कोई संगठन नहीं है। हाल ही भारत सरकार द्वारा पेश किए बजट में क्रिप्टो करेंसी पर जोर देते हुए कहा गया कि इसके आदान प्रदान यानि खरीद फरोक्त पर 1 प्रतिशत टीडीएस व इससे हुए लाभ पर 30 प्रतिशत टैक्स वसुला जाएगा। अगर ऐसे में हानि की संभावना बनती है तब सरकार की किसी भी प्रकार जिम्मेदारीं नही बनती है। तब आप लालची न बनें व सही जगह व सही तरह से निवेश कर इस तरह की ठगी से बचें।