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भारंगम उत्सव: NSD द्वारा विविधता से सजीवित नाटकों का उत्सव

राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में 15वें दिन 3 कथाएं, 4 नुक्कड़ नाटक और राजस्थानी लोक नृत्य समेत सूफी व्हर्लिंग नृत्य दिखाया गया

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भारंगम उत्सव देशभर के लोगों को एक से बढ़कर एक प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध कर रहा है। भारत समेत दुनिया के 4 देशों से आए नाटक समूह देश के अलग-अलग कोनों में अपनी प्रस्तुति दे रहे हैं। ये पहली बार है जब राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय देश के 15 शहरों में भारत रंग महोत्सव का आयोजन कर रहा है। आज राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) में 3 कथाएं, 4 नुक्कड़ नाटक और राजस्थानी लोक नृत्य समेत सूफी व्हर्लिंग नृत्य दिखाया गया।
     नुक्कड़ नाटकों में आज भगवान परशुराम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (BPIT) ने ‘मनोवैज्ञानिक हेरफेर’/ मैनिपुलेशन, राजधानी कॉलेज ने ‘शैक्षिक संकट’, अंबेडकर यूनिवर्सिटी ने खोई हुई मानवता को फिर से खोजने के उद्देश्य से एक मार्मिक नाटक- करुणा करो ना की प्रस्तुति दी। इनके अलावा रुक्मिणी देवी इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज (RDIAS) ने ह्यूमन ट्रैफिकिंग पर अपनी प्रस्तुति दी और अलग-अलग तरह के ट्रैफिकिंग के बारे में लोगों को नाटक के माध्यम से बताया।
     राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) में आज ‘संगीत मौली’, ‘लोकती’ और ‘पधवूओहम स्टोरी बुर्रकथा’ का मंचन किया गया। प्रदीप हरि ओक द्वारा लिखित नाटक ‘संगीत मौली’ वैदिक चतुवर्ण प्रणाली से सबंधित है, जो मूल रूप से जन्म के आधार पर नहीं, बल्कि कर्म के आधार पर निर्धारित होती थी- जो बाद में जन्म पर आधारित हो गई है और एक नया शब्द अस्पृश्यता अस्तित्व में आया और समाज को जातिवाद के आलोक में उच्च और निम्न वर्गों में विभाजित किया गया, जिसने भारतीय समाज के सामाजिक ताने-बाने को नष्ट कर दिया। लोकती नाटक के जरिए ये दिखाया गया है कि कैसे इंसान की जरूरत सामाजिक जीवन में बदलती है।
      ‘पधवूओहम स्टोरी बुर्रकथा’, एक प्राचीन भारतीय कहानी है जो हस्तिनापुर राज्य से जुड़ी हुई है। इस नाटक में प्रसिद्ध रणनीतिकार, शकुनि, अपनी बहन गांधारी के खिलाफ कथित गलतियों का बदला लेने के लिए एक चतुर योजना बनाते है।
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में आयोजित भारत रंग महोत्सव के पिछले कुछ दिनों की प्रस्तुति के बारे में जानने के लिए इस Link पर:— https://dainikindia24x7.com/bharat-rang-mahotsav-celebrating-cultural-festival-16293-2/  Click करें। और आप चाहें तो अपने मोबाइल पर Play Store से हमारा DAINIK INDIA 24X7 ऐप्प डाउनलोड कर सकते हैं।
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