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केजरीवाल कोविड महामारी में दिन प्रतिदिन केवल खोखली घोषणाऐं करके राजनीतिक खेल खेल रहे है -कांग्रेस

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दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रदेश कार्यालय राजीव में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री  कृष्णा तीरथ ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल कोविड महामारी में दिन प्रतिदिन नई-नई खोखली घोषणाऐं करके राजनीतिक खेल खेल रहे है जबकि कोविड के कारण पूरी दिल्ली बेहाल है।   तीरथ ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने लॉकडाउन के कारण आर्थिक संकट से जूझ रहे दिल्लीवासियों के हित में अभी तक कोई कारगर योजना नही बनाई है।

 कृष्णा तीरथ ने कहा कि पूरी दिल्ली में लॉकडाउन लगाने से बेहतर होगा कि जहां केस ज्यादा है वहां अधिक से अधिक कंटेनमेंट जोन बनाए जाए ताकि कोविड संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सके तथा दिल्ली में व्यवसायिक और आर्थिक गतिविधियां सामान्य रुप से चल सकें। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से जहां एक ओर श्रमिक आर्थिक संकट के कारण दिल्ली छोड़ रहे है, वहीं व्यापारी वर्ग, छोटे-बड़े उघोग, दुकानदार के मालिक और इनमें कर्मचारियों की अजीविका भी प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन लगाने से बेहतर है अनलॉक प्रक्रिया में कंटेन्मेंट जोन के आधार पर बाजारों का संचालन हो ताकि किसी भी व्यापारी अथवा मजदूर की अजीविका प्रभावित न हो।

 कृष्णा तीरथ ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल द्वारा 31 मई से अनलॉक प्रक्रिया में इंडस्ट्रियल एरिया में चार दीवारी में मेन्युफक्चरिंग और प्रोडक्शन यूनिट चलाने की इजाजत के साथ मजदूरां के लिए कंस्ट्रक्शन साईट पर निर्माण कार्य करने की इजाजत तो दी गई है। परंतु क्या वह बता सकते है कि लॉकडाउन के पूरे कार्यकाल में एक दिन भी सेन्ट्रल विस्ता प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य रुका है, यदि नही तो क्यो?  कृष्णा तीरथ ने केजरीवाल सरकार से मांग की कि दुकानदारां व मजदूरां को आर्थिक पैकेज दिया जाए दिल्लीवासियों तथा आर्थिक सहायता के रुप में 10 हजार रुपये प्रतिमाह उनके खाते में डाले जाऐं। उन्होंने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि दिल्ली सरकार निर्माण और औद्योगिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने की अनुमति देने की योजना बना रही है, परंतु क्या निर्माण और औद्योगिक गतिविधियों में लगे श्रमिकों को वायरस के प्रकोप से बचाने के लिए टीककारण की कोई योजना बनाई है। उन्हांने सवाल उठाते हुए कहा कि कैसे कच्चे माल की दुकानें बंद रहने पर औद्योगिक गतिविधियां निर्माण कार्य कैसे करेंगे?

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