स्विट्जरलैण्ड द्वारा भारत में पर्यावरण की ओर बढ़ता एक कदम।
भारत के दौरे पर आए स्विस एंबेसेडर महामहिम डॉ. रैल्फ हेकनर हरियाणा की एमएमटीसी-पीएएमपी रिफाइनरी पहुँच किया ग्रीन ड्राइव पहल को प्रमोट।
👆भाषा ऊपर से चेंज करें
भारत के दौरे पर आए स्विस एंबेसेडर महामहिम डॉ. रैल्फ हेकनर मेवात, हरियाणा की एमएमटीसी-पीएएमपी रिफाइनरी में ग्रीन ड्राइव पहल को प्रमोट कर पर्यावरण की तरफ एक कदम बढ़ाते हुए पौधारोपण किया।
एमएमटीसी-पीएएमपी भारत सरकार के एक उपक्रम एमएमटीसी लिमिटेड और स्विट्जरलैण्ड केपीएएमपी एस.ए. के बीच एक संयुक्त उपक्रम है, जो मूल्यवान धातुओं के लिये विश्व का सबसे प्रमाणित रिफाइनर और फेब्रिकेटर है। एमएमटीसी-पीएएमपी भारत की पहली और एकमात्र गोल्ड एंड सिल्वर रिफाइनरी है, जो लंदन बुलियन मार्केट असोसिएशन से प्रमाणित है। मेवात की एमएमटीसी-पीएएमपी
सुविधा में सोने और चांदी को 999.9+ शुद्धता तक रिफाइन करने की टेक्नोलॉजी है, ताकि यह धातुएं विश्व की उच्चतम तकनीकी और गुणवत्ता सम्बंधी जरूरतें पूरी कर सकें।
महामहिम डॉ. रैल्फ हेकनर को एमएमटीसी-पीएएमपी के एमडी और सीईओ श्री विकास सिंह ने एक लोटस मोमेंटो सम्मान स्वरूप भेंट किया।
महामहिम डॉ. रैल्फ हेकनर ने रिफाइनरी के दौरे पर कहा, ‘‘स्विट्जरलैण्ड के पीएएमपी एस.ए .और भारत
के एमएमटीसी के बीच भागीदारी ने जो महत्व निर्मित किया है, उसे देखकर मैं खुश हूँ। एमएमटीसी-
पीएएमपी नवाचारों में निहित स्विस-भारतीय सहयोग की सफलता का उदाहरण है। यह इसका प्रमाण है
कि दोनों पक्षों की कंपनियाँ कैसे एक-दूसरे की शक्तियों से फायदा ले सकती हैं, ग्राहकों के लिये महत्व
निर्मित कर सकती हैं और दोनों देशों के बीच आर्थिक सम्बंधों को मजबूत करने में योगदान दे सकती हैं।
स्विस विदेशी आर्थिक नीति के लिये भारत उच्च महत्व वाला देश है। स्विट्जरलैण्ड भारत का 12वां सबसे
बड़ा निवेशक है। स्विस कंपनियों ने भारत में अब तक 135,000 से ज्यादा रोजगार निर्मित किये हैं। विगत
वर्षों में भारत में सक्रिय स्विस कंपनियों की संख्या भी बढ़ी है और अभी 300 से ज्यादा सब्सिडियरीज,
संयुक्त उपक्रम, शाखाएं या संपर्क कार्यालय मौजूद हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि अपनी खोजपरक सोच
और भविष्यगामी दृष्टिकोण के साथ स्विस कंपनियाँ भारत में आती रहेंगी।’’