मानवता की सेवा के लिए “ऑक्सीजन लंगर”
इंद्रापुरम, स्तिथ गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, द्वारा कोरोना महामारी के समय कोविद मरीजों के लिए जीवन रक्षक साबित हुई है ये सेवा...
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“मानव सेवा” इसे आप ईश्वर, अल्लाह, वाहेगुरु की रहमत समझिए या कुछ भी ! करेगा वही जिससे वो ईश्वर ये सेवा करवाएगा या करवाना चाहता है। नहीं तो ये मौका तो सभी के पास होता है लेकिन उस समय हमें चाहे वो पैसे कमाने, सत्ता बचाने या कोई अन्य तरह का लाभ हो, अपना फायदा नज़र आता है। हमारा ध्यान अपने व्यक्तिगत फायदे की ओर रहता है। लेकिन कुछ मानवता के सच्चे सेवक अपने माता पिता या अपने गुरुओं द्वारा दिए गए संस्कारों की मिसाल पुरे समाज या यूँ बोले पुरे विश्व के सामने कायम कर देते हैं। इसी का एक उदाहरण है कोरोना महामारी के समय कोविद मरीजों के लिए “ऑक्सीजन लंगर” सेवा इंद्रापुरम, गाजियाबाद स्तिथ गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, द्वारा जीवन रक्षक साबित हुई है। ये सेवा चला रहे गाजियाबाद गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के उपाध्यक्ष गुरप्रीत सिंह बताते हैं हमने गुरुद्वारे के परिसर में और दैनिक औसत पर ‘ऑक्सीजन लंगर’ शुरू किया है। पिछले एक सप्ताह से, हम मरीजो की मांग पर 70 से 90 व्यक्तियों को जीवन-रक्षक सुविधा प्रदान कर रहे हैं। और हमारा मुख्य मंत्र है “मानव सेवा, परम धर्म” यानि मानवता के लिए सेवा ही सर्वोच्च धर्म है।
गुरप्रीत सिंह आगे बताते हैं कि पिछले वर्ष 2020 मार्च में कोरोना महामारी की पहली लहर के बाद और लॉकडाउन के बाद, हमने ” खालसा हेल्प इंटरनेशनल फाउंडेशन “ नाम से एक एनजीओ का गठन किया और जरूरतमंद लोगों की मदद करना शुरू किया। जिसमें लोगों को भोजन उपलब्ध कराना हमारा मुख्य उद्देश्य था और अब इस संकट के समय में कोविद के मामलों ने देश के कई हिस्सों की तरह गाजियाबाद में भी तबाही मचाई है और ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए भटक रहे मरीजों की मदद के लिए हमने “ऑक्सीजन लंगर” शुरू करने का फैसला लिया जो कि वाहेगुरु जी की मेहर से काफी कारगर एवं सही साबित हो रहा है। इस समय जब कई प्रमुख अस्पतालों को ऑक्सीजन की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है, तो गुरुद्वारे की यह पहल सराहनीय है क्योंकि लोगों को तत्काल राहत मिल रही है। ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए इंदिरापुरम गुरुद्वारा में पहले से ही बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो रहे हैं।