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परमजीत सिंह सरना ने गुरमीत राम रहीम के पैरोल पर जतायी हैरानी…
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डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम बलात्कार और खून के आरोपों में 20 साल की सजा काट रहे है। परंतु पिछले 17 मई को दाखिल याचिका के आधार पर उनको पैरोल मिली है। इसको लेकर सिख जत्थेबंदियों से तीख़ी प्रक्रिया देखने को मिल रही है।
इसी क्रम में शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के प्रधान परमजीत सिंह सरना ने डेरा सच्चा सौदा के पैरोल को सुनकर काफी हैरानी जतायी और बताया कि यदि इतने गंभीर केसों में लिप्त होने के बावजूद भी, यदि रामरहीम को पैरोल मिल सकती है तो पोटा और टाडा के तहत सजा पूरी कर चुके राजनीतिक बंदी सरदार जगतार सिंह हवारा और जत्थेदार बलदेव सिंह राजोआणा को रिहायी क्यों नही मिल सकती ? सोशल मीडिया पर जारी बयान में सरना ने बताया कि, “सिख समुदाय ने देश के हर मुसीबत में मजबूती से साथ दिया है। वह चाहे युद्ध, आपातकाल या महामारी हो। हमने निःस्वार्थ भाव से देश की सेवा की है। राजनीतिक बन्दी के शिकार राजोआणा और हवारा जिन्होंने अपनी प्रक्रिया पूरी भी कर ली है। उनको रिहा क्यों नही किया जा रहा ?”
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबधंन कमिटी के पूर्व प्रधान परमजीत सिंह सरना ने गृह मंत्रालय से निवेदन करते हुए लंबित केसों पर पनर्विचार करने की याचिका भी भेजी।