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केरल में आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में प्रदर्शन

मामले की जांच की जिम्मेदारी एनआईए को सौंपी जाए-मीनाक्षी लेखी

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नई दिल्ली, 1 मार्च (कास): भारतीय जनता पार्टी की ओर से केरल के राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के कार्यकर्ताओं के ऊपर लगतार हमले करने और हत्या के विरोध में पार्टी सांसद  मीनाक्षी लेखी के नेतृत्व में आज जंतर-मंतर पर मार्च निकाला गया।

जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए  मीनाक्षी लेखी ने केरल सरकार पर इस मामले को सही से जांच न करने का सीधा आरोप लगाया है। उन्होंने केरल सरकार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न करने और तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि हमारा आंदोलन तबतक जारी रहेगा जबतक सरकार दोषियों को सजा नहीं देती और साथ ही उन्होंने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को प्रतिबंध लगाने की बात भी कही।

 

मीनाक्षी लेखी ने कहा कि इस मामले में वास्तविक दोषी टी. कोया, मोहम्मद अली जिन्ना और अबू बकर स्माईल है। उन्होंने आरोप लगाय कि देश भर में हुए कई बम धमाको में भी इन आरोपियों का हाथ है और ये कम्युनिस्टों का साथ देकर जेहादी ताकतों का साथ दे रहे हैं।  लेखी ने केरल सरकार से मामले को तेजी से सही तरीके से जांच करने या केस राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपने की मांग की है।

इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष  सुनील यादव ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवकों की इस तरह बेरहमी से हत्या बर्दाश्त से बाहर है। उन्होंने कहा कि देश में पहले भी जहां-जहां दंगेफसाद हुए हैं उनमें पीएफआई का ही हाथ होने का आरोप लगा है। देश में सीएए के खिलाफ भी इसी संगठन ने अभियान छेड़ा और इसके लिए कई देश विरोधी संगठनों को पैसे दिए। उन्होंने कहा कि केरल सरकार ने हत्या के मामले में जिन लोगों को पूछताछ के नाम पर पकड़ा है उन्हें गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई करें।

प्रदर्शनकारियों में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकारिणी सदस्य  वेणुगोपाल, मलायाली एसोसिएशन के सचिव  आर. आर. नैयर और  प्रसन्ना पिल्लाई ने भी भाग लिया

 

 

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